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जेएनयू छात्रसंघ चुनाव नहीं लड़ेगी AISF, पहली बार ABVP बनाम वामपंथ होगा चुनाव

जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार छात्रसंघ चुनाव का अहम मुकाबला वामपंथी संगठनों के बीच ना होकर वामपंथ बनाम अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् होगा. ये पहला मौका है जब वामपंथी संगठन चुनाव मैदान में भगवा के खिलाफ एकजुट हुए हैं.

उम्मीदवार उम्मीदवार
सबा नाज़/रोशनी ठोकने
  • नई दिल्ली,
  • 02 सितंबर 2016,
  • अपडेटेड 8:21 AM IST

जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार छात्रसंघ चुनाव का अहम मुकाबला वामपंथी संगठनों के बीच ना होकर वामपंथ बनाम अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् होगा. ये पहला मौका है जब वामपंथी संगठन चुनाव मैदान में भगवा के खिलाफ एकजुट हुए हैं.

9 सितम्बर को होने वाले जेएनयू चुनाव में इस बार कैंपस के चार प्रमुख वामपंथी संगठनों आइसा, एआईएसएफ, एएफआई और डीएसएफ ने सेंट्रल पैनल के लिए अलग अलग उम्मीदवार नहीं उतारे, बल्कि एबीवीपी को हराने के मकसद से वामपंथी दलों ने एक महागठबंधन बनाने की कोशिश की, हालांकि चारों वामपंथी संगठन एकजुट नहीं हो पाए, लेकिन आरएसएस समर्थित एबीवीपी को हराने के लिए आइसा और एसएफआई ने एक-दूसरे का दामन थाम लिया. तो वहीं पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार के छात्र संगठन एआईएसएफ ने इस साल जेएनयू छात्रसंघ चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है.

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कन्हैया बोले- भगवाकरण के खिलाफ एकजुट
कन्हैया कुमार ने कहा कि, 'एआईएसएफ छात्रसंघ चुनाव नहीं लड़ रही है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि वो विचारधारा की लड़ाई नहीं लड़ रही है. जेएनयू के प्रमुख वामपंथी दलों ने एक ज्वाइंट फ्रंट बनाने की कोशिश की, लेकिन कुछ कारणों से बात नहीं बनी. अगर सभी वामपंथी संगठन चुनाव में अलग अलग उम्मीदवार उतारेंगे, तो पिछले साल की तरह इस बार भी एबीवीपी को इसका फायदा मिल सकता है. इसलिए हमने ये फैसला किया कि एआईएसएफ इस बार चुनाव नहीं लड़ते हुए प्रोग्रेसिव लेफ्ट की विचारधारा को समर्थन देगी. हम डरे नहीं है, बल्कि भारतीय संस्कृति और राष्ट्रवाद के नाम पर भगवाकरण की राजनीति को हराने के लिए एकजुट हुए हैं.'

जेएनयू छात्रसंघ चुनाव के सेंट्रल पैनल के उम्मीदवार घोषित
जेएनयू छात्रसंघ चुनाव में इस बार अहम मुकाबला ABVP बनाम वामपंथ का है. लिहाजा आइसा और एसएफआई ने रणनीति बनाकर वोट बटोरने के लिए सेंट्रल पैनल पर अपने दो-दो उम्मीदवार उतारे हैं. सेंट्रल पैनल पर प्रेसिडेंट पद और ज्वाइंट सेक्रेटरी का पद आइसा के खाते में तो वाइस प्रेसिडेंट और जनरल सेक्रेटरी पद के लिए एसएफआई ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं.

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आइसा और एसएफआई के सेंट्रल पैनल के उम्मीदवार

प्रेसिडेंट- मोहित कुमार पांडे (आइसा)

वाइस प्रेसिडेंट- अमल पी. पी (एसएफआई)

जनरल सेक्रेटरी- सतरूपा चक्रवर्ती (एसएफआई)

ज्वाइंट सेक्रेटरी- तबरेज हसन (आइसा)

एबीवीपी के सेंट्रल पैनल के उम्मीदवार

प्रेसिडेंट- जान्हवी

वाइस प्रेसिडेंट- रवि रंजन

जनरल सेक्रेटरी- विजय कुमार

ज्वाइंट सेक्रेटरी- ओम प्रकाश

एनएसयूआई के सेंट्रल पैनल के उम्मीदवार

प्रेसिडेंट- सन्नी धीमान

वाइस प्रेसिडेंट- मोहिनी कुमारी

जनरल सेक्रेटरी- स्वपनिल सिंह

ज्वाइंट सेक्रेटरी- मुकेश कुमार

प्रेसिडेंशियल डिबेट का इंतजार
9 सितम्बर को होने वाले इस छात्रसंघ चुनाव में राष्ट्रवाद का मुद्दा सबसे अहम होगा, लिहाजा जो भी छात्रसंगठन इस चुनाव में बाजी मारेगा, उसे 9 फरवरी के विवाद से जोड़कर देखा जाएगा. इस चुनाव के लिए वोटिंग से पहले होने वाले प्रेसिडेंशियल डिबेट का इंतजार भी छात्रों को बेसब्री है ताकि छात्र वोट करने से पहले प्रेसिडेंट कैंडिडेट की विचारधारा और उसकी क्षमता को बेहतर तरीके से समझ सकें. प्रेसिडेंशियल डिबेट 7 सितम्बर को रात 9 बजे होगा.

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