
तमाम अटकलों के बाद आम आदमी पार्टी ने आखिरकार राज्यसभा के लिए अपने तीनों उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है. कुमार विश्वास और आशुतोष जैसे नेताओं को दरकिनार कर पार्टी ने संजय सिंह, सुशील गुप्ता और नारायण दास गुप्ता को टिकट दिया है. इनमें से कारोबारी सुशील गुप्ता पहले कांग्रेस से जुड़े हुए थे. कांग्रेस नेता अजय माकन ने सुशील गुप्ता को लेकर एक ट्वीट किया है, जो काफी कुछ कहता है.
सुशील गुप्ता का नाम सामने आने के बाद माकन ने लिखा कि 28 नवंबर, 2017 को गुप्ता मेरे पास अपना इस्तीफा लेकर आए. जब मैंने उनसे पूछा कि क्यों, तो उन्होंने कहा कि मुझे राज्यसभा भेजने का वादा किया गया है. इस पर माकन ने हंसते हुए कहा कि ये संभव ही नहीं, तो गुप्ता ने कहा कि सर, आप नहीं जानते हैं. अजय माकन ने सुशील गुप्ता का इस्तीफा भी ट्वीट किया.
उन्होंने लिखा कि चालीस दिन में बहुत कुछ बदल गया, वैसे भी सुशील गुप्ता चैरिटी के लिए जाने जाते हैं. गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी के साथ जुड़ने से पहले सुशील गुप्ता कांग्रेस के साथ थे. 2015 में उन्होंने आम आदमी पार्टी के खिलाफ चुनाव भी लड़ा था. इसके अलावा सुशील गुप्ता का एक पोस्टर काफी चर्चा में आया था. इस पोस्टर में उन्होंने आम आदमी पार्टी के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाया था.
दरअसल, एक रिपोर्ट में सामने आया था कि केजरीवाल सरकार ने प्रचार-प्रसार के लिए कई करोड़ रुपए खर्च किए हैं. जिसके खिलाफ सुशील गुप्ता की अगुवाई में अभियान चला था. पोस्टर में लिखा था कि 854 करोड़ रुपए जनता की कमाई, केजरीवाल ने प्रचार में लुटाई. सुशील गुप्ता ने इसे वसूली दिवस का नाम दिया था.
कुमार विश्वास ने क्या कहा?
राज्यसभा ना भेजे जाने से नाराज कुमार विश्वास ने अरविंद केजरीवाल पर सीधा हमला बोला है. कुमार ने कहा कि मुझे सर्जिकल स्ट्राइक, टिकट वितरण में गड़बड़ी, जेएनयू समेत अन्य मुद्दों पर सच बोलने के लिए मुझे दंडित किया गया है. मैं इस दंड को स्वीकार करता हूं.
प्रतिक्रिया देते हुए कुमार ने कहा कि सब अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं. आप अपनी लड़ रहे हैं, मैं अपनी लड़ रहा हूं. मैं बहुत शुभकामाएं देता हूं जिनको रामलीला मैदान के लिए चुना है. मैं अरविंद और पूरी पार्टी जिन लोगों ने तय किया है उनको बधाई देता हूं. नवनीत बना कर भेजा है देश के सर्वोच्च सदन में जहां अटल और इंदिरा की आवाज गूंजी है.