
पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ की कोशिशों और आतंकी हमलों की आशंका के मद्देनजर सीमा से सटे इलाकों में सुरक्षाबल पूरी तरह मुस्तैद हैं. पंजाब-हिमाचल प्रदेश की सीमा पर कुछ हथियारबंद संदिग्धों के देखे जाने के बाद सुरक्षाबलों ने पठानकोट में सर्च ऑपरेशन शुरू किया है. पूरे इलाके में सघन तलाशी ली जा रही है.
इस सूचना के बाद पंजाब और हिमाचल प्रदेश की पुलिस ने पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया है. आस-पास के जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. खुफिया एजेंसियों के साथ तालमेल कर सुरक्षाबल संदिग्धों की तलाश में जुटे हुए हैं.
नगरोटा आर्मी यूनिट पर हुआ था हमला
इसी हफ्ते पाकिस्तानी आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में सेना के बेस पर हमला किया था. इसमें दो अफसर और 5 जवान शहीद हो गए थे. इस हमले के बाद सुरक्षाबलों के ठिकानों पर सतर्कता बढ़ा दी गई है.
पठानकोट एयरबेस पर जनवरी में हुआ था हमला
पठानकोट एयरबेस पर हमले के बाद पंजाब के कई इलाकों में मुस्तैदी बढ़ा दी गई थी. इसी साल दो जनवरी को पाकिस्तान से घुसपैठ कर आए आतंकियों ने पठानकोट एयरबेस पर हमला किया था. इस हमले में 7 जवान शहीद हुए थे. इस हमले में पाकिस्तानी आतंकियों की संलिप्तता के सबूत भारत ने पाकिस्तान को सौंपे थे लेकिन पाकिस्तान की ओर से जांच में सहयोग नहीं मिला.
जैश आतंकियों की साजिश
हाल ही में, पठानकोट हमले के मामले में एनआईए को आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर और तीन अन्य के खिलाफ चार्जशीट दायर करने की मंजूरी मिल गई है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है.
चार्जशीट में आंतकी मसूद और उसके रिश्तेदारों का नाम
सूत्रों के अनुसार, गृह मंत्रालय ने एनआईए को अनलॉफुल ऐक्टिविटीज (प्रिवेंशन) एक्ट के सेक्शन 18, 20 और 28, एक्सप्लोजिव्स ऐक्ट और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत अभियोजन चलाने की मंजूरी दी है. इस मामले में मसूद अजहर , उसके भाई अब्दुल रउफ और दो अन्य आतंकवादियों शाहिद लतीफ और कशिफ जान पर केस चलाया जाना है.
पाकिस्तान पर दबाव बनाने में मिलेगी मदद
एनआईए जल्द मसूद और इन तीन आतंकियों के खिलाफ चार्जशीट दायर करेगी. सूत्रों ने बताया कि इस चार्जशीट के बाद भारत सरकार संयुक्त राष्ट्र के जरिए मसूद अजहर को 'अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी' घोषित करवाने के लिए और दबाव बना सकेगी. भारत सरकार इसके लिए कई बार कोशिश कर चुकी है, पर हर बार चीन भारत की कोशिश पर पानी फेर देता है.