
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने वाराणसी निर्वाचन क्षेत्र से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव को चुनौती देने वाली याचिका को खारिज कर दिया है. जानकारी के मुताबिक, यह याचिका समाजवादी पार्टी के घोषित प्रत्याशी और बीएसएफ से बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव ने दायर की थी.
बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में तेज बहादुर को समाजवादी पार्टी ने इस सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया था, लेकिन चुनाव अधिकारी ने उनका नामांकन पत्र रद्द कर दिया था और वे इस सीट चुनाव नहीं लड़ पाए थे.
इसके बाद तेज बहादुर ने वाराणसी संसदीय सीट से नरेंद्र मोदी के निर्वाचन को हाईकोर्ट में चुनौती दी थी और चुनाव को रद्द करने की मांग की थी. हालांकि, हाईकोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद अक्टूबर माह में फैसला सुरक्षित रख लिया था. शुक्रवार यानी 6 दिसंबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता तेज बहादुर यादव की याचिका को खारिज कर दिया.
चुनाव आयोग ने नामांकन रद्द कर दिया था
मालूम हो कि समाजवादी पार्टी (सपा) ने वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ पहले शालिनी यादव को टिकट दिया था, लेकिन बाद में प्रत्याशी बदल कर बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर को इस हाई-प्रोफाइल संसदीय सीट से उम्मीदवार बनाया, लेकिन चुनाव आयोग ने एक मई को उनके नामांकन को रद्द कर दिया था.