
अमरनाथ के दर्शन को जा रहे श्रद्धालुओं से भरी एक बस जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवे पर रामबन जिले के पास एक गहरे गड्ढ़े में गिर गई. इस हादसे में 16 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई, जबकि 19 से ज्यादा श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हुए हैं.
अमरनाथ यात्रियों पर हमले से देश में गुस्सा
रामबन के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मोहनलाल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यात्रियों से भरी बस नचलाना बेल्ट के पास फिसलकर गहरे नाले में गिर गई. मोहनलाल ने कहा कि 16 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है, जबकि 19 से ज्यादा श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि अन्य को मामूली चोटें आई हैं. मरने वालों में 14 पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं. अधिकारियों ने बताया कि मृतकों का ताल्लुक उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, असम, हरियाणा और मध्य प्रदेश से था.
उन्होंने बताया कि गंभीर रूप से घायल लोगों को एयरफोर्स के Mi-17 हेलिकॉप्टर के जरिये एयरलिफ्ट कर जम्मू के अस्पताल पहुंचाया गया, वहीं अन्य घायलों को पास के ही अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जानकारी के मुताबिक बस संख्या Jk02Y-0594 में 40-42 यात्री थे. इस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने गहरा दुख जताया है. पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा, जम्मू-कश्मीर में बस हादसे के कारण अमरनाथ यात्रियों के मारे जाने को लेकर बहुत दुखी हूं. मैं मृत लोगों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं.' उन्होंने साथ ही कहा, 'मैं जम्मू-कश्मीर में हुए बस हादसे में घायल हुए लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं.'
इस साल अमरनाथ यात्रियों के साथ यह दूसरी दुखद घटना है. इससे पहले 10 जुलाई को बाबा बर्फानी के दर्शन को जा रही बस पर अनंतनाग के पास आतंकियों ने हमला कर दिया था. हमले में 8 श्रद्धालुओं की मौत हो गई. बाइक पर आए दो आतंकियों ने इस हमले को अंजाम दिया. अमरनाथ यात्रा 29 जून को शुरू हुई थी.