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जम्मू की इंटरनेशनल बॉर्डर पर उल्लंघन और सीमा पार से फायरिंग के लिए हमेशा सुर्खियों में रहे जम्मू में आरएसपुरा सेक्टर की ओक्ट्राई पोस्ट पार पहली बार शनिवार को बम बम भोले के जयकारों से गूंज उठा.
जम्मू में पर्यटन को बढ़ावा देने की कोशिश
दरअसल जम्मू कश्मीर पर्यटन विभाग ने जम्मू में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक अनोखी मुहिम शुरू की है, जिसमें अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को जम्मू के पर्यटन स्थलों के साथ-साथ बॉर्डर की भी सैर कराई जाएगी. सरकार का दावा है कि जम्मू का यह बॉर्डर देश की दूसरी सीमाओं से अलग है और यहां आकर श्रद्धालुओं को अलग-सा अनुभव होगा.
सीमा पर पहुंचकर टूरिस्ट भी गदगद
वहीं, देश भर से अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पहुंचे बाबा अमरनाथ के भक्त भी बेहद खुश नजर आ रहे थे. भक्तों के लिए सीमा पर खड़ा होना एक अलग तरह का अनुभव था. जम्मू कश्मीर की टूरिज्म मिनिस्टर प्रिय सेठी का कहना है कि सरकार बॉर्डर सैर के बाद पाकिस्तान के साथ क्रॉस बॉर्डर टूरिज्म भी करना चाहती है.
प्रिय सेठी की मानें तो 1947 से पहले पाकिस्तानी लोग सियालकोट से जम्मू पढ़ने आते थे और इसी तरह जम्मू के लोग सियालकोट जाते थे. पर्यटन विभाग ने शिव भक्तों के लिए न केवल बॉर्डर देखने के इंतजाम किए थे बल्कि विभाग इन श्रद्धालुओं को जम्मू के दूसरे पर्यटक स्थल भी दिखा रहा है.