
सीरिया के इलाकों में बम बरसा रहे तुर्की को अब अमेरिका ने बड़ा झटका दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले ही तुर्की को आगाह कर दिया था कि अगर उसने अपना हमला नहीं रोका तो वह उसे बर्बाद कर देगा. अब मंगलवार सुबह डोनाल्ड ट्रंप ने अपने एक्शन की शुरुआत कर दी है और तुर्की के लिए स्टील टैरिफ में बढ़ोतरी कर दी है. साथ ही 100 मिलियन यूएस डॉलर की डील को खत्म करने का ऐलान कर दिया है.
अमेरिकी सेना का सीरिया के इलाकों से बाहर निकलते ही तुर्की ने कुर्दिश लड़ाकों पर हमला करना शुरू कर दिया था, जबकि सीरिया के कुछ हिस्से पर कब्जा करने की कोशिश भी की थी. इसी के बाद डोनाल्ड ट्रंप की ओर से तुर्की को चेतावनी दी गई थी.
तुर्की पर एक्शन लेने वाले इस आदेश पर ट्रंप ने साइन भी कर दिए हैं. साथ ही अमेरिका के वित्त मंत्रालय ने तुर्की के रक्षा मंत्री, आतंरिक मंत्री और ऊर्जा मंत्री को सैंक्शन लिस्ट में डाल दिया है, साथ ही डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी प्रतिनिधि सभा को चिट्ठी लिख तुर्की के मामले को नेशनल इमरजेंसी बताया है.
डोनाल्ड ट्रंप ने दिया बड़ा बयान
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने एक बयान में कहा कि अमेरिका के द्वारा तुर्की पर जो एक्शन लिए गए हैं, उससे उन्हें बड़ा झटका लगने वाला है. क्योंकि तुर्की की ओर से मानवाधिकार का उल्लंघन किया जा रहा है और सीरिया की शांति-सुरक्षा भंग करने का काम किया जा रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने फिर चेतावनी देते हुए कहा कि अगर तुर्की नहीं रुका तो वह उसकी अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर देंगे.
अमेरिका ने लिए कौन-से बड़े एक्शन?
अमेरिका की ओर से तुर्की के जिन नेताओं, मंत्रियों, बिजनेसमैन को सैंक्शन लिस्ट में डाला गया है उन्हें अमेरिका में एंट्री भी नहीं मिल पाएगी. इस आदेश में वित्तीय सैंक्शन के अलावा, प्रॉपर्टी को जब्त करना, अमेरिका में नो एंट्री, 100 बिलियन यूएस डॉलर की डील पर रोक शामिल है. मई में अमेरिका ने तुर्की के लिए स्टील टैरिफ को कम किया था, लेकिन अब इन्हें 50 फीसदी बढ़ाया गया है.
अमेरिका के हटते ही तुर्की ने बरसाए बम
बीते दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीरिया से अमेरिकी सेना को वापस बुलाने का ऐलान किया था. इसके बाद 9-10 अक्टूबर से ही सीरिया के कुछ क्षेत्रों से अमेरिकी सेना वापस आने लगी और तुरंत तुर्की की सेना ने वहां मौजूद कुर्दिश के लड़ाकों पर हमला बोलना शुरू कर दिया. खुद तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एद्रोगन ने ट्विटर पर इन हमलों का ऐलान किया था.
गौरतलब है कि कुर्दिश लड़ाकों ने अमेरिकी सेना का ISIS के खिलाफ लड़ाई में साथ दिया था, इसके अलावा बॉर्डर पर तुर्की की सेना के खिलाफ लड़ाई में भी दोनों साथ थे. भारत ने भी तुर्की के इस एक्शन का पुरजोर विरोध किया था और सैन्य कार्रवाई रोकने की बात कही थी.