
अमेरिका ने एक बार फिर पाकिस्तान पर अपना सख्त रुख अपनाया है. मोस्ट वांटेड आतंकी हाफिज़ सईद की राजनीतिक पार्टी मिल्ली मुस्लिम लीग समेत कई अन्य पाकिस्तानी संगठनों को अमेरिका आतंकी ग्रुप में डाल सकता है. सूत्रों की मानें, तो अमेरिका की ओर से ये सख्त कार्रवाई जल्द ही की जा सकती है.
भारत की अपील पर एक्शन लेते हुए अमेरिका कई पाकिस्तानी संगठनों को आतंकी संगठन मान रहा है. हाल ही में नई दिल्ली में हुई भारत और अमेरिका के बीच एक कॉन्फ्रेंस में इस बात की अपील की गई थी.
अमेरिका के एक अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान अमेरिका का अच्छा साथी है, लेकिन अमेरिका की हमेशा कोशिश है कि वह आतंकवाद को खत्म किया जाए. हालांकि, अधिकारी ने साफ तौर पर किसी पाकिस्तानी संगठन का नाम नहीं लिया. लेकिन पिछले कुछ दिनों में हाफिज़ सईद की राजनीतिक एंट्री पर अमेरिका की सख्ती कुछ ऐसे ही संकेत दे रही है.
बता दें कि हाल ही में जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद के 2018 आम चुनाव में हिस्सा लेने की संभावनाओं के मद्देनजर अमेरिका ने चिंता जताई थी. जमात-उद-दावा प्रमुख और लश्कर-ए-तैयबा संस्थापक पहले इसकी पुष्टि कर चुका है कि उसका संगठन जमात-उद-दावा पाकिस्तान में साल 2018 में होने वाले आम चुनावों में मिल्ली मुस्लिम लीग के बैनर तले चुनाव लड़ेगा. हालांकि मिल्ली मुस्लिम लीग अभी तक निर्वाचन आयोग के तहत पंजीकृत नहीं हुआ है.
विदेश विभाग की प्रवक्ता हीथर नोर्ट ने कहा था, ‘‘नवंबर में नजरबंदी से सईद की रिहाई पर अमेरिका ने बहुत कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. सईद मुंबई हमलों का मास्टर माइंड और लश्कर-ए-तैयबा का नेता है. उन्होंने कहा कि यह ऐसा समूह है जिसे अमेरिकी सरकार आतंकवादी संगठन मानती है. हमारी पाकिस्तान सरकार के साथ कई बार बातचीत हुई है. हाल में हुई घटनाओं में यह व्यक्ति नजरंबद किया गया था. पाकिस्तान ने उसे नरजबंदी से रिहा कर दिया और अब सूचना मिल रही है कि वह किसी बड़े पद के लिए चुनाव लड़ेगा.’’