Advertisement

US ने दिया 3 आतंकियों की संपत्ति जब्त करने का आदेश, लश्कर के लिए जुटाते थे फंड

इनकी संपत्ति को ब्लॉक करने के अलावा इनसे संबंध रखने वाले किसी भी संगठन पर रोक लगाई गई है. अमेरिका का ट्रेज़री डिपार्टमेंट लगातार आतंकवाद का समर्थन करने वाले संगठनों पर अपनी कार्रवाई तेज कर रहा है.

US प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप (फाइल फोटो) US प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप (फाइल फोटो)
मोहित ग्रोवर/अंकित कुमार
  • वाशिंगटन,
  • 08 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 3:20 PM IST

आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका का कड़ा रुख जारी है. अमेरिका ने तीन बड़े आतंकियों की सभी संपत्ति को जब्त करने का आदेश दे दिया है. अमेरिका के ट्रेज़री ऑफिस ने दक्षिण एशिया के रहमान फकीर मोहम्मद, हिज्बुल के अस्तम खान और दिलावर खान की संपत्ति को जब्त करने का आदेश दिया है. अमेरिका ने इन सभी आतंकियों को ग्लोबल आतंकी घोषित किया है.  

Advertisement

इनकी संपत्ति को ब्लॉक करने के अलावा इनसे संबंध रखने वाले किसी भी संगठन पर रोक लगाई गई है. अमेरिका का ट्रेज़री डिपार्टमेंट लगातार आतंकवाद का समर्थन करने वाले संगठनों पर अपनी कार्रवाई तेज कर रहा है. डिपार्टमेंट की मानें, तो उनका लक्ष्य उन सभी  संगठनों को खत्म करने से है जो कि अल-कायदा, लश्कर-ए-तैयबा, तालिबान समेत अन्य आतंकी संगठनों की मदद कर रहे हैं.

डिपार्टमेंट ने कहा है कि आतंकवाद की फंडिंग को खत्म करने के लिए अमेरिका लगातार कदम उठा रहा है. हम पाकिस्तानी सरकार से भी आतंकियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लेने की अपील करते हैं.

तीनों पर लश्कर के लिए फंड जुटाने का आरोप

इन तीनों आतंकियों पर लश्कर-ए-तैयबा के लिए फंड इकट्ठा करने का आरोप लगाया गया है, जिसके बाद अमेरिका और सयुंक्त राष्ट्र की तरफ से इन्हें ग्लोबल आतंकी घोषित किया गया था. ये तीनों आतंकी पाकिस्तान में ही रहते हैं.

Advertisement

गौरतलब है कि अमेरिका की तरफ से पाकिस्तान और वहां के आतंकी संगठनों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है. इसके अलावा नववर्ष पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने को लेकर पाकिस्तान पर जबरदस्त निशाना साधा था.

उन्होंने ट्वीट किया था कि पिछले 15 वर्षों में अमेरिका ने मूर्खतापूर्वक पाकिस्तान को 33 अरब डॉलर से ज्यादा की आर्थिक मदद दी, लेकिन पाकिस्तान ने इसके जवाब में झूठ और धोखा के सिवाय कुछ नहीं दिया. वह हमारे नेताओं को मूर्ख समझता है. उसने उन आतंकियों को सुरक्षित पनाह दिया, जिनके खिलाफ अफगानिस्तान में हम अभियान चला रहे हैं. अब ऐसा नहीं होगा.''

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement