
पिछले दो सालों से चल रही आईएसआईएस की करतूतों से पूरी दुनिया ऊब चुकी है. हर कोई अब जल्द से जल्द दुनिया के इन सबसे ख़ौफ़नाक आतंकवादियों का खात्मा चाहता है. लेकिन अमेरिका ने आईएसआईएस के सफ़ाए के लिए जो तैयारी की है, उसके अमल में आते ही बग़दादी और उसके गुर्गे घुटनों के बल रेंगने को मजबूर हो जाएंगे. क्योंकि अमेरिका अब इराक़ में अपनी फ़ौज की सबसे काबिल टुकड़ियों में से एक यानी 'एयरबॉर्न' के सतरह सौ कमांडोज़ उतारने जा रहा है, जिनकी बंदूकों से निकलनेवाली हर गोली पर आतंकियों का नाम लिखा है.
इराक के मोसुल में अब लुका छिपी का खेल खत्म समझिए. इस सरज़मीं पर उतरने वाले हैं एक-दो नहीं, एक साथ 1700 यमदूत. जो बगदादी के गुर्गों को उनके बिलों में घुसकर मारेंगे. आतंक के खात्मे के लिए अब तक के इस सबसे खतरनाक प्लान का ब्लू प्रिंट तैयार किया जा चुका है. कब, कहां और कैसे. किस तरह इंसानियत के इन नासूरों का ऑपरेशन करके इन्हें इराक से जहन्नम भेजा जाएगा, ये सब, अब दुनिया बहुत जल्द देखेगी. क्योंकि आ रहे हैं एयरबार्न. ये दुनिया के वो सबसे खतरनाक कमांडो हैं, जो गोली पहले मारते हैं सुनते बाद में हैं.
बगदादी अगर मर गया तो ख़ैर दुनियावी झंझटों से आज़ाद हो गया, लेकिन यदि वो जिंदा है तो एक बात गांठ बांध ले कि ये कमांडों अपनी पे आ गए, तो उसे उसे पाताल से भी घसीट लाएंगे. ये अमेरिका की ये वो फौज है जिसका कोई भी ऑपरेशन अब तक नाकामयाब नहीं हुआ. इसका एक-एक फौजी अपने आप में एक टुकड़ी की ताकत रखता है. अब यही फोर्स इराक में घुसने जा रही है. यहां ये बगदादी के आतंकियों पर काल बनकर टूटेंगे. ये तो सिर्फ ट्रेलर था. जो मर चुके हैं वो खैर मनाएं. जो ज़िंदा हैं वो ऊपरवाले से मिन्नतें करें.