Advertisement

ISIS के बिल में घुसकर बगदादी को मारने आ रहे हैं 1700 'यमदूत'

पिछले दो सालों से चल रही आईएसआईएस की करतूतों से पूरी दुनिया ऊब चुकी है. हर कोई अब जल्द से जल्द दुनिया के इन सबसे ख़ौफ़नाक आतंकवादियों का खात्मा चाहता है. लेकिन अमेरिका ने आईएसआईएस के सफ़ाए के लिए जो तैयारी की है, उसके अमल में आते ही बग़दादी और उसके गुर्गे घुटनों के बल रेंगने को मजबूर हो जाएंगे.

आईएसआईएस के सफाए की तैयारी आईएसआईएस के सफाए की तैयारी
मुकेश कुमार/सुप्रतिम बनर्जी
  • नई दिल्ली,
  • 08 दिसंबर 2016,
  • अपडेटेड 3:24 AM IST

पिछले दो सालों से चल रही आईएसआईएस की करतूतों से पूरी दुनिया ऊब चुकी है. हर कोई अब जल्द से जल्द दुनिया के इन सबसे ख़ौफ़नाक आतंकवादियों का खात्मा चाहता है. लेकिन अमेरिका ने आईएसआईएस के सफ़ाए के लिए जो तैयारी की है, उसके अमल में आते ही बग़दादी और उसके गुर्गे घुटनों के बल रेंगने को मजबूर हो जाएंगे. क्योंकि अमेरिका अब इराक़ में अपनी फ़ौज की सबसे काबिल टुकड़ियों में से एक यानी 'एयरबॉर्न' के सतरह सौ कमांडोज़ उतारने जा रहा है, जिनकी बंदूकों से निकलनेवाली हर गोली पर आतंकियों का नाम लिखा है.

इराक के मोसुल में अब लुका छिपी का खेल खत्म समझिए. इस सरज़मीं पर उतरने वाले हैं एक-दो नहीं, एक साथ 1700 यमदूत. जो बगदादी के गुर्गों को उनके बिलों में घुसकर मारेंगे. आतंक के खात्मे के लिए अब तक के इस सबसे खतरनाक प्लान का ब्लू प्रिंट तैयार किया जा चुका है. कब, कहां और कैसे. किस तरह इंसानियत के इन नासूरों का ऑपरेशन करके इन्हें इराक से जहन्नम भेजा जाएगा, ये सब, अब दुनिया बहुत जल्द देखेगी. क्योंकि आ रहे हैं एयरबार्न. ये दुनिया के वो सबसे खतरनाक कमांडो हैं, जो गोली पहले मारते हैं सुनते बाद में हैं.

बगदादी अगर मर गया तो ख़ैर दुनियावी झंझटों से आज़ाद हो गया, लेकिन यदि वो जिंदा है तो एक बात गांठ बांध ले कि ये कमांडों अपनी पे आ गए, तो उसे उसे पाताल से भी घसीट लाएंगे. ये अमेरिका की ये वो फौज है जिसका कोई भी ऑपरेशन अब तक नाकामयाब नहीं हुआ. इसका एक-एक फौजी अपने आप में एक टुकड़ी की ताकत रखता है. अब यही फोर्स इराक में घुसने जा रही है. यहां ये बगदादी के आतंकियों पर काल बनकर टूटेंगे. ये तो सिर्फ ट्रेलर था. जो मर चुके हैं वो खैर मनाएं. जो ज़िंदा हैं वो ऊपरवाले से मिन्नतें करें.


आसमान के रास्ते मोसुल में इन कंमाडोज़ को उतारने का सिर्फ़ और सिर्फ़ एक ही हुकूमत है कि अब अमेरिका हुकूमत इराक़ में आईएसआईएस के साथ चल रहे इस जंग और लंबा नहीं खींचना चाहती. ख़ास बात ये है कि बगदादी के खात्मे के लिए अब तक अमेरिका ज़मीन पर लड़ रही दूसरी फौजों को मदद देने के साथ-साथ अपनी तरफ़ से सिर्फ़ आसमानी हमले कर रहा था. लेकिन अब अमेरिकी सेना की कॉम्बेट टीम एयरबार्न फुल एंड फाइनल मिशन के लिए इराक़ी ज़मीन पर उतर रही है. जो ISIS के आतंकियों को सीधे गोली मारेगी.

एयरबॉर्न कमांडोज
*एयरबार्न दुनिया की सबसे ज़्यादा ट्रेंड लाइट इंफेंट्री है.
*अमेरिकी सेना की रणनीतिक मोबाइल टुकड़ी है.
*प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान इस टुकड़ी का गठन हुआ था.
*इराक अफ़गानिस्तान समेत कई देशों में ऑपरेशन किया.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement