
यूरोप का देश ग्रीस आज कल अपने आर्थिक संकट के लिए ज्यादा ज्यादा चर्चा में है कभी IMF के डिफाल्टर के रूप में तो कभी बेलआउट की बहस को लेकर. पर इन सबसे इतर ग्रीस में और भी बहुत कुछ है जिसके कारण विश्व विजेता सिकंदर का ये देश मशहूर है. ग्रीस की कुछ स्मारकें ऐसी हैं जो आपका दिल जीत ले और शायद इसीलिए पर्यटन ग्रीस का सबसे बड़ा व्यवसाय है. और ग्रीस की तमाम खबरों के बीच अचानक भारतीयों में ग्रीस को लेकर एक जबरदस्त दिलचस्पी भी पैदा रही है. जानिए ग्रीस को...
पर्यटकों की आखों में ग्रीस
वैसे तो पूरी दुनिया में फ्रांस में सबसे ज्यादा पर्यटक जाते है पर जिन लोगों को भी हिस्ट्री में तनिक भी इंटरेस्ट होता है वो सुकरात और प्लोटो के देश ग्रीस जाए बिना रह नहीं पाते. दक्षिण-पूर्वी यूरोपीय देश ग्रीस जिसे हम यूनान के नाम से भी जानते हैं. जी हां वही यूनान जहां लोकतंत्र की गीता 'दी रिपब्लिकन' लिखी गई. यूं तो ग्रीस लगभग 7000 साल का इतिहास अपने आप में समेटे हुए है लेकिन ईसा से 500 वर्ष पूर्व शुरू होने वाला दौर क्लासिक युग कहलाता है. यह दौर लगभग 150 वर्ष तक चला, जिसमें प्लेटो, सुकरात और अरस्तू, सोफ़ोक्लीज़ जैसे चिंतक और लेखक हुए.
ग्रीस के इसी क्लासिक युग में कई भव्य इमारतों और यूनानी मंदिरों की नींव रखी गई. उनमें से भले ही कुछ भवन और मंदिर समय व युद्धों की मार झेलते हुए खंडहर बन गए हैं, मगर ये खंडहर आज भी उस युग की गाथा सुनाते हैं. मैं जनता हूं अब आप इनके बारे में जानकर बिना ग्रीस जाए रह नहीं पाएंगे....
इतिहास के झरोखों में एथेंस
एथेंस 4000 सालों से ग्रीस की राजधानी रही है और आज भी है. 2500 साल पहले पेरिक्लीज़ नाम के शासक ने एथेंस में इमारतों का निर्माण शुरू किया. इन्हीं में से एक है एक्रोपोलिस, जो राजधानी एथेंस में काफ़ी ऊँचाई पर स्थित है. ईसा पूर्व पाँचवीं शताब्दी में एक्रोपोलिस का निर्माण शुरू हुआ. वहां पार्थनन नाम का मंदिर बना और उसके नीचे एथीना नाम की यूनानी देवी की प्रतिमा स्थापित की गई.
पार्थनन मंदिर के नज़दीक ही 'थियेटर ऑफ़ हिरोड्स एटिकस' है. खुले आकाश के नीचे इस रंगमंच पर आज भी म्यूजिक और डांस के रंगारंग कार्यक्रमों होते रहते हैं और मुझे पता है आप मेरी ही तारह ही रोमांचित हो रहे हैं...
एथेंस में सबसे बड़ा मोनुमेंट 'टैम्पल ऑफ़ ओलम्पियन ज़ियूस' है इस कहानी भी इसकी तरह बड़ी दिलचस्प है. इसकी भव्यता का अंदाजा आप इस बात से ही लगा सकते हैं कि इसके निर्माण में करीब 600 साल लग गए थे.
ओलिंपिक की जन्मभूमि
ग्रीस के पश्चिमी में रूफिया नदी के उत्तरी किनारे पर स्थित ओलिम्पिया के पास भी 3000 सालों से ज्यादा का इतिहास है और हर एथलीट के लिए यह उसका मक्का है. यहां स्थित संग्रहालय की दीवारों पर आप ओलिंपिक खेलों की पूरी कहानी पढ़ सकते हैं.
मेसेडोनिया की अधूरी कहानी
कभी मेसेडोनिया की राजधानी रही 'थेसालोनिकी' में भी आपके लिए बहुत कुछ है. 'माउंट ओलम्पस' से आती हावा के बीच 'एनो-पोली' को देखने का अपना ही मज़ा हैं. प्रेमी जोड़े के लिए इससे रोमांटिक और क्लासिक जगह शायद ही कहीं और मिले.
मौज-मस्ती का भी है पूरा इंतजाम
ग्रीस के आइलैंड मौज-मस्ती के लिए पूरी दुनिया में मशहूर हैं जिनमें 'संटोरनी' आइलैंड के पहाड़ी रिसॉर्ट्स में समंदर में उतरते सूरज को देखकर वाइन पीने का अपना ही क्लासिक मजा है. एक गहरे सन्नाटे से बहती हवाओं को खुली बाहों से पकड़ने का जो नशा है वो या तो ग्रीस के इन आइलैंडों में हैं या किसी महबूबा की आंख में ही मिलता है.
सही समय हैं ग्रीस जाने का
ग्रीस की बेमिशाल इतिहास और लाजवाब खूबसूरती को महज कुछ शब्दों में नहीं ढाला जा सकता. आपको इसके लिए खुद ग्रीस जाना होगा. ग्रीस की इन फैनेंसिअल क्राइसिस के बीच जब वहां बैंकों में एमरजेंसी लगी हुई है तब ऐसे में ग्रीस के सबसे बड़े व्यवसाय 'टूरिस्म' की कंपनियां जबरदस्त ऑफर निकाल रही है. उन्हें इस समय ग्रीस को आपके पैसे की आपसे भी ज्यादा जरूरत है. 'यूरो' के मुकाबले मजबूत होता 'रुपया' और बम्पर छूट के साथ लाइन लगाए खड़े 'टूरिस्ट ऑफर्स' आपका बजट 20 फीसदी से ज्यादा हल्का कर दे रहे हैं. 4 दिन का टूर पैकेज जो 50,000 का था अब वही 38 से 40 हजार में ही मिल राहा है. ताजा आंकड़े बताते हैं कि भारत से ग्रीस जाने वाले टूरिस्टो में करीब 35 फीसदी की बढ़ोत्तरी भी हुई है. ऐसे में स्पार्टनस की धरती ग्रीस घूमना बेहद फायदा का सौदा हो सकता है.