
गृहमंत्री अमित शाह अब पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के बंगले में रहेंगे. उन्हें 6ए कृष्ण मेनन मार्ग पर स्थित बंगला आवंटित किया गया है. यह बंगला पहले अटल बिहारी वाजपेयी को आवंटित था. 2004 में एनडीए की सरकार जाने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री के नाते उन्हें यह बंगला दिया गया था. उनसे पहले यह बंगला डीएमके सांसद मुरासोली मारन को अलॉट था. अब तक अमित शाह अकबर रोड के बंगला नंबर 11 में रह रहे थे, जो उन्हें राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष के तौर पर दिया गया था. यह टाइप 8 का बंगला है.
प्रधानमंत्री पद से हटने से लेकर निधन तक अटल बिहारी वाजपेयी इसी बंगले में रहते थे. 16 अगस्त 2018 को वाजपेयी का दिल्ली के ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (AIIMS) में निधन हो गया था. अमित शाह ने 1 जून को गृह मंत्रालय का पदभार संभाला था. आज उनका मंत्रालय में बतौर गृहमंत्री छठा दिन है. बुधवार को ईद की छुट्टी के बावजूद शाह गृह मंत्रालय पहुंचे और अधिकारियों के साथ कई अहम मसलों पर बैठक की. अमित शाह पिछले 5 दिनों में तीन बार कश्मीर को लेकर बैठक कर चुके हैं. उन्होंने पहले ही दिन 22 विभागों की प्रेजेंटेशन ली थी. 3 जून को उन्होंने आंतरिक सुरक्षा पर बैठक की थी, जिसमें आईबी चीफ, रॉ चीफ के अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी मौजूद थे.
रिपोर्ट्स के मुताबिक इन बैठकों में कश्मीर मसलों के लेकर विस्तार से बातचीत हुई.अमित शाह जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के साथ भी बैठक कर चुके हैं, जिसमें उन्होंने शाह को राज्य के हालातों से रूबरू कराया. खबरें यह भी आई थीं कि सरकार जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक परिसीमन करा सकती है. लेकिन बाद में गृह मंत्रालय ने इससे इनकार कर दिया.अमित शाह के सामने धारा 370, 35ए और एनआरसी जैसे चुनौतीपूर्ण मुद्दे भी हैं, जो बीजेपी के चुनावी एजेंडे का भी हिस्सा हैं.