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अमित शाह ने शुरू की ERSS, इमरजेंसी सेवाओं के लिए डायल करना होगा 112 नंबर

चंडीगढ़ के आम लोगों को इमरजेंसी सेवाओं के लिए अब अलग-अलग नंबर याद रखने की आवश्यकता नहीं होगी. इसके लिए नई सेवा इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम के तहत 112 नंबर डायल करने पर सभी तरह की सहायता आम लोगों के लिए उपलब्ध करवाई जाएगी.

अमित शाह ने चंडीगढ़ में लॉन्च की इमरजेंसी की नई सेवा (IANS) अमित शाह ने चंडीगढ़ में लॉन्च की इमरजेंसी की नई सेवा (IANS)
जितेंद्र बहादुर सिंह
  • चंडीगढ़,
  • 20 सितंबर 2019,
  • अपडेटेड 11:59 PM IST

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को देश की पहली एकीकृत आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली (ERSS) के अलावा E-Beat Book, E-SAATHI App लॉन्च कर दिया जिससे अब चंडीगढ़ के आम लोगों को इमरजेंसी सेवाओं के लिए अलग-अलग नंबर याद रखने की आवश्यकता नहीं होगी. इसके लिए नई सेवा इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम के तहत 112 नंबर डायल करने पर सभी तरह की सहायता आम लोगों के लिए उपलब्ध करवाई जाएगी.

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महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने निर्भया फंड के अंतर्गत इस तरह के एप को जनता के लिए उपलब्ध कराया ताकि महिलाओं और बच्चों के प्रति होने वाले अपराधों में कमी लाई जा सके. इसी के अंतर्गत चंडीगढ़ पुलिस मुख्यालय में 112 कॉमन कंट्रोल रूम से पहले से चालित, डायल नंबर 100 (पुलिस), 101 (दमकल) और 108 (स्वास्थ्य) सेवाओं को जोड़ दिया गया हैं.

अभी चलेंगे सभी तरह के नंबर

पुलिस कंट्रोल रूम में इन सभी हेल्पलाइन के लिए कर्मचारियों के अलग-अलग डेस्क बनाए गए हैं, डिस्पैचर यहीं बैठकर अपने-अपने विभाग के काल डिस्पैचर के जरिए निकटतम उपलब्ध पीसीआर /एंबुलेंस/फायर टेंडर को सूचित करेंगे. इसमें कंट्रोल रूम मेन काल डाइवर्ट करने की सुविधा भी होगी.

आम जनता जब तक इस आपातकालीन सेवा डायल 112 के बारे में पूरी तरह से जागरुक नहीं हो जाती तब तक पुराने आपातकालीन सेवा 100, 101, 108 भी चालू रखी जाएंगी. भविष्य में अन्य सभी आपातकालीन सेवाओं जैसे यातायात (1073), महिला हेल्प लाइन (1091, 181), बाल हेल्प लाइन (1098) और आपदा प्रबंधन सहित अन्य सेवाओं को भी इस आपातकालीन सेवा डायल 112 से जोड़ दिया जाएगा.

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अब तक इमरजेंसी मदद के लिए 20 से अधिक आपात नंबर चल रहे थे. कई बार नंबर व्यस्त रहने के कारण नंबर नहीं मिल पाता था, लेकिन अब यह सेवा शुरू होने से इन सभी दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा.

'ई-बीट बुक' के इंचार्ज को दिए जाएंगे फोन

ई-बीट बुक सिस्टम के तहत हर 'ई-बीट बुक' के इंचार्ज को एंड्राइड फोन दिए गए हैं, जिसके अंदर बीट-इंचार्ज के पास पुलिसिंग का पूरी रिकार्ड होगा और इस फोन पर क्लिक करते ही पूरे शहर से जुड़ी  हर जानकारी (बाजार, आभूषण विक्रेता, शराब के ठेके, वरिष्ठ नागरिकों की सूची, पीजी क्षेत्र के अच्छे बुरे नागरिकों आदि) बीट इंचार्ज को मिल जाएगी. इसमें अपराधियों के बारे में पूरा रिकार्ड दर्ज होगा.

इसके साथ ही क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिक भी इस एप के माध्यम से पुलिस के संपर्क में रहेंगे. ई-बीट मेन इंटरएक्टिव फीचर भी होगा जिससे संबंधित क्षेत्र के निवासी से सीधा संपर्क करने के अलावा सुझाव और शिकायत भी दे सकेगा.

'ई-साथी एप' भी लॉन्च

इसके अतिरिक्त 'ई-साथी एप' से आम जनता को बिना थाने में गए 'आपकी पुलिस आपके द्वार' योजना के तहत पासपोर्ट सत्यापन, किरायेदार सत्यापन, नौकर सत्यापन, चरित्र सत्यापन आदि सेवाओं की अपने क्षेत्र के थाना-अध्यक्ष को सूचना देनी होगी और उनके एक बटन दबाते ही संबंधित थानाध्यक्ष उनके दिए हुए समय पर बीट सिपाही भेजकर वांछित सेवा प्रदान करेगा.

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इसके अतिरिक्त ई-बीट बुक सिस्टम की भी शुरुआत की गई है जिसके अंतर्गत 54 अटल सहभागिता केंद्र बनाए गए हैं. अटल सहभागिता केंद्र शहर की सभी 54 ब्लॉक में बनाए गए हैं और प्रत्येक दो बीट पर एक बीट-अधिकारी नियुक्त किया गया है.

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