
'अच्छे दिन' और बदलाव की बयार की बात कर सत्ता पाने वाली बीजेपी के सुर महज एक साल बाद ही बदलने लगे हैं. मुंबई में गुरुवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं से साफ तौर पर कह दिया है कि पांच साल में सबकुछ नहीं बदला जा सकता.
बदलाव के लिए नेतृत्व पर विश्वास रखने की बात करते हुए शाह ने कहा, 'आप नेतृत्व में विश्वास रखिए. हम सिर्फ पांच साल में तस्वीर नहीं बदल सकते. हमें लंबे समय तक मोदी जी के नेतृत्व की सरकार बनाए रखनी होगी. हम सत्ता में लंबे दौर तक रहने वाले हैं.' कार्यकर्ताओं की इस बैठक में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और शायना एनसी भी मौजूद थीं.
बैठक के दौरान बीजेपी अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं को ग्यारह सूत्री कार्यकम दिया, जिसके मूल में सरकार से जुड़ी सकारात्मक बातों को जनता तक पहुंचाना है.
ग्यारह सूत्री कार्यक्रम के अमित शाह ने कहा- (मुख्य अंश)
1) बीजेपी के अपने 22 पक्षीय पब्लिकेशन हैं. इसे और असरदार बनाया जाए. इस बाबत देशभर के पब्लिकेशन प्रमुखों की बैठक हो. पहले 5 पन्ने पर देश, अगले 5 पन्ने पर राज्य और बाद के पन्ने पर स्थानीय सकारात्मतक और प्रेरणादाई खबरें बने.
2) बीजेपी से जुड़ी सभी समाजसेवी संगठनों को अपना फाइनेंशियल ऑडिट समय पर देना होगा. लेकिन अगर यह नहीं हो पा रहा तो ऐसे संगठन बंद किए जाए.
3) नमामि गंगा अभियान के तहत अधिक से अधिक पेड़ लगाए जाएं.
4) प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान के तहत विष्ठा का मानवी वहन बंद कराने के लिए सभी प्रयास करें.
5) कार्यकर्ता अपनी मानसिकता बदलें. याद रखें कि वे अब सत्ता में हैं और लंबे दौर तक रहनेवाले हैं. ऐसे में कार्यकर्ता विपक्षी मानसिकता छोड़ दें.
6) कार्यकर्ता सरकारों के सकारात्मक कामों को जनता तक पहुंचाए.
7) पार्टी धनपशुओं की मदद से नहीं चलानी. हमें कार्यकर्ताओं की मेहनत से आगामी पांच साल में चुनाव जीतने हैं. इसके लिए संगठन को मजबूत करो.
8) पार्टी जल्द ही पंद्रह लाख राजकीय कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देगी.