
अमृतसर में रावण दहन देख रहे लोगों को तेज रफ्तार ट्रेन रौंदती हुई चली गई. इसमें 60 से ज्यादा लोगों की जान चली गई. सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर यह हादसा क्यों हुआ? प्रशासन और रेलवे किस तरह इस हादसे के लिए जिम्मेदार हैं.
प्रशासन और रेलवे की चूकें जिनसे पटरी पर बिछ गईं 60 से ज्यादा लाशें
1-प्रशासन को ऐसी जगह रावण दहन करने की अनुमति नहीं देनी चाहिए थी जहां से भीड़ रेलवे ट्रैक तक आ सके.
2- अगर प्रशासन ने अनुमति दे भी दी तो यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए था कि लोग ट्रैक पर या उसके आसपास न खड़े हों.
3- ट्रैक के आसपास पुलिस या समिति के लोगों की तैनाती होनी चाहिए थी जिससे अगर कोई ट्रेन आए तो उसके बारे में मौजूद लोगों को जानकारी दी जा सके.
4- प्रशासन और आयोजन समिति को पहले से यह चेतावनी जारी करनी चाहिए थी कि इस समय यहां हर रोज ट्रेन आती है, सजग रहें.
5- हादसे के बाद घायलों को तुरंत मदद मिलनी चाहिए थी. समिति के लोगों को जिम्मेदारी से नहीं भागना चाहिए था.
ट्रेन हादसे वाली जगह की गूगल इमेज.
'ट्रेन पर रावण सवार था'
1- रेलवे को पता होना चाहिए था कि इस ट्रैक के आसपास हर साल रावण दहन का कार्यक्रम होता है.
2- इस दौरान रेलवे को ट्रेन की रफ्तार पर लगाम लगाने का पुख्ता इंतजाम करना चाहिए था.
3- ट्रैक के पास और ट्रैक पर इतनी भीड़ को ड्राइवर नहीं देख पाया, उसे इमरजेंसी ब्रेक लगाना चाहिए था.
4- रेलवे के उच्च अधिकारियों को तुरंत पता होना चाहिए था कि किस ट्रेन से दुर्घटना हुई है.
5- रेलवे को फौरन हेल्पलाइन नंबर जारी करना चाहिए था जिससे लोगों को अपने लोगों के बारे में जानकारी मिल पाती. यह काम कई घंटे बाद जाकर हो सका.