गुजरातः आणंद के 13 युवकों की किडनी निकालकर बेची

गुजरात में एक बड़े किडनी रैकेट का पर्दाफाश हुआ है. यहां पुलिस को ऐसे कई लोग मिले हैं जिनकी किड़नी निकालकर बेच दी गई. फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.

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किडनी रैकेट की जांच के लिए विशेष टीम बनाई गई है किडनी रैकेट की जांच के लिए विशेष टीम बनाई गई है

परवेज़ सागर

  • आणंद,
  • 15 मार्च 2016,
  • अपडेटेड 6:33 PM IST

मिल्क सिटी के नाम से मशहूर गुजरात के आणंद में एक बड़े किडनी रैकेट का खुलासा हुआ है. एक शातिर गिरोह यहां रहने वाले गरीब युवकों को अपने जाल में फंसाकर उन्हें दिल्ली ले जाता था और वहां उनकी किडनी बेच दी जाती थी. अभी तक इस तरह के 13 मामले सामने आएं हैं.

आणंद शहर से करीब 32 किलोमीटर दूर परपंडोली गांव है. जहां रहने वाले अधिकांश लोग काफी गरीब और लाचार तबके से हैं. वे मेहनत मजदूरी करके किसी तरह से अपना पेट भरते हैं. यही वजह कि यहां रहने वाले युवक लालच में या फिर धोखे से किडनी गैंग का शिकार बन रहे हैं. इसी के चलते आए दिन युवक यहां से दिल्ली या अन्य शहरों का रुख करते हैं.

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हालिया मामले का खुलासा एक युवक के शहर से लौटकर आने पर हुआ. दरअसल, पंडोली गांव में रहने वाले आमिर को अपने छोटे भाई की शादी करनी थी. लेकिन गरीबी के चलते घर में एक पैसा नहीं है. उसने ब्याज पर पैसा लेने के लिए गांव के ही रफीक नामक युवक से संपर्क किया. रफीक उसे मोटी रकम दिलाने के नाम पर आणंद रेलवे स्टेशन ले आया और वहां उसे नशीली पदार्थ खिलाकर दिल्ली ले आया.

दिल्ली के पास किसी अज्ञात स्थान पर ले जाकर आमिर की एक किडनी निकाल ली गई. दूसरे दिन गांव का एक युवक दो लाख अस्सी हजार रुपये लेकर आमिर के घर पहुंचा. घरवालों को पैसा देकर उसने कहा कि आमिर आ जाएगा. वो ठीक है उसी ने पैसा भिजवाया है.

उस घटना के कुछ दिन बाद आमिर वापस गांव लौट आया. उसकी तबीयत ठीक नहीं लग रही थी. इसी दौरान उसके पेट पर सर्जरी के निशान देखकर परिवार वाले सकते में आ गए. और किडनी बेचने की बात सामने आ गई. इस बात की चर्चा पूरे गांव में होने लगी. मामला किसी तरह से पुलिस की जानकारी में भी आ गया. जब पुलिस ने गांव में जाकर छानबीन की तो किडनी बेचने की बात सामने आई.

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आमिर ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि गांव के युवकों को लालच देकर उन्हें किसी अज्ञात स्थान पर ले जाया गया. और वहां उनकी किडनी निकाल कर बेच दी गई. गांव के पूर्व सरपंच जगदीश सोलंकी ने पुलिस को बताया कि पिछले 16 वर्षों में करीब 80 से ज्यादा युवकों की किडनी निकाल कर बेच दी गई है. लेकिन गरीबी और बेइज्जती के डर से लोग इन बातों को छिपाते रहे.

पेटलाद के डिप्टी एसपी एम.आर. गुप्ता का कहना है कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है. एसपी अशोक यादव के आदेश पर मामले की जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है. जिसमें डीएसपी क्राइम के अलावा कई अधिकारी शामिल हैं.

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