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कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) चालू वित्त वर्ष के लिए भविष्य निधि जमा पर ब्याज की घोषणा अगले महीने कर सकता है. केंद्रीय न्यासी बोर्ड की अगले महीने बैठक होनी है. ईपीएफओ ने अपने 4.5 करोड़ अंशधारकों के लिए ब्याज दर 2016-17 में घटाकर 8.65 कर दिया जो 2015-16 में 8.8 प्रतिशत था.
चालू वित्त वर्ष के लिए ईपीएफ ब्याज दर पर निर्णय के बारे में पूछे जाने पर श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने संवाददाताओं से कहा, 'केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) में चर्चा के बाद मंत्रालय इस पर निर्णय करेगा. मैं जल्दी ही बैठक बुलाने जा रहा हूं. बैठक अगले महीने होगी.'
मंत्री ने आगे कहा, ’पिछली बार, मैंने 8.65 प्रतिशत ब्याज दिया था और इस साल शेयर में निवेश से हमारा रिटर्न 13.3 प्रतिशत रहा है. सीबीटी चालू वित्त वर्ष के आय के अनुमान के आधार पर ब्याज दर का प्रस्ताव करेगा.
ऐसी चर्चा है कि ईपीएफ पर ब्याज दर में 2016-17 के 8.65 प्रतिशत के मुकाबले 0.25 प्रतिशत की कमी की जा सकती है. इसका कारण प्रतिभूति या बांड पर रिटर्न में गिरावट है. ईपीएफओ अपने कोष का बड़ा हिस्सा बांड में ही लगाता है.
श्रम मंत्रालय ईपीएफ पर मिलने वाले ब्याज दर को लघु बचत की दरों से जोड़ने की वकालत करता रहा है. पीपीएफ जैसी लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर में जुलाई-सितंबर तिमाही के लिये 0.10 प्रतिशत की कटौती की गयी है.