
भारतीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा है कि राफेल लड़ाकू विमान डील पर सवाल खड़ा करके पूर्व रक्षा मंत्री एके एंथनी ने इसकी हत्या कर दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फ्रांस यात्रा के दौरान ही भारत की फ्रांस के साथ 25 बिलियन डॉलर वाली 126 लड़ाकू विमानों की डील हुई थी.
पर्रिकर ने सोमवार को कहा था कि फ्रांस के साथ 25 बिलियन डॉलर वाली 126 लड़ाकू विमानों की डील मुश्किल में पड़ सकती है. उन्होंने कहा था कि फ्रांसीसी राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए भविष्य में होने वाली सभी बातचीत सीधे तौर पर दोनों सरकारों के बीच ही होगी और विमान निर्माताओं से कोई सीधी बातचीत नहीं होगी. पर्रिकर ने गुरुवार को कहा कि लगता है यूपीए सरकार के कार्यकाल में रक्षा मंत्री रहे एंटनी ने इसे गलत समझ लिया है.
पर्रिकर ने कहा, 'पूर्व रक्षा मंत्री ने कीमतों को लेकर खुद ही इस डील पर सवाल खड़े कर दिए थे. जिसके परिणामस्वरूप ये डील हमारे लिए बेहद मुश्किल हो सकती थी.' इसके अलावा पर्रिकर ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पर भी निशाना साधा. दिग्विजय ने हाल ही में पर्रिकर को लेकर ट्वीट कर कहा था कि, पर्रिकर गोवा में मछली खरीद रहें हैं, जब मोदी फ्रांस में लड़ाकू विमान ऑर्डर कर रहे हैं.'
इसके जवाब ने पर्रिकर ने कहा, 'दिग्विजय सिंह को मछली जरूर खानी चाहिए. इससे उनका दिमाग तेज होगा.' इससे पहले रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने सोमवार को साफ किया कि भारत को अपना पहला राफेल विमान ढाई साल से पहले नहीं मिल पाएगा. 2011 में भारतीय वायु सेना ने राफेल निर्माता कंपनी डसॉल्ट से 25 बिलियन डॉलर में 126 विमानों का सौदा किया था. अब ये सौदा नए सिरे से हुआ है.