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ऐप, फेसबुक, ट्विटर से दिल्ली वालों के कट रहे चालान

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के जॉइंट सीपी आलोक कुमार ने बताया कि सोशल मीडिया पर कोई भी फोटो, वीडियो के साथ जिओ लोकेशन होने से हम पोस्ट से चालान भेज देते हैं.

प्रतीकात्‍मक फोटो प्रतीकात्‍मक फोटो
राम किंकर सिंह/श्याम सुंदर गोयल
  • नई द‍िल्‍ली,
  • 21 नवंबर 2018,
  • अपडेटेड 8:03 AM IST

अगर आप बिना सीट बेल्ट या बिना हेलमेट के सफर कर रहे हैं और सोच रहे हैं कि दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने आपको नहीं देखा और आप चालान से बच गए तो सावधान क्योंकि हो सकता है कि अगले ही दिन आपको पोस्ट से चालान घर पे आ जाए. ऐसा इसलिए मुमकिन हुआ क्योंकि ट्रैफिक नियम को तोड़ते हुए किसी ने आपकी फोटो दिल्ली पुलिस के सोशल मीडिया के अकाउंट पर शेयर कर दी हो. 

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पिछले साल नवंबर से इस साल नवंबर तक करीब 3,65,000 चालान पोस्ट के जरिए भेजे गए. वहीं, इस साल बीते 6 महीने मई से अक्टूबर तक करीब 2,88,623 चालान काटे गए. ये स्पॉट चालान नहीं था. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के जॉइंट सीपी आलोक कुमार ने बताया कि सोशल मीडिया पर कोई भी फोटो, वीडियो के साथ जिओ लोकेशन होने से हम पोस्ट से चालान भेज देते हैं.

ट्रैफिक पुलिस के सेंटिनेल APP से भी आम लोग ट्रैफिक नियम तोड़ने का फोटो या वीडियो भेज रहे हैं. आपको बता दें कि ये सभी अपराध विजिबिल नेचर के थे जैसे बिना हेलमेट गाड़ी चलाना, ट्रिपल राइडिंग, डिफेक्टिव नंबर प्लेट, स्टॉप लाइन वायलेशन.

एक आंकड़े के मुताबिक दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की करीब 6 हज़ार सैंक्शन स्ट्रेंथ है लेकिन वीवीआईपी अरेंजमेंट, लॉ एंड ऑर्डर और त्यौहारों के सीज़न में ट्रैफिक पुलिस अरेंजमेंट में भी लगाई जाती है. ऐसे में सड़क पर पुलिसकर्मी के न होने का फायदा कानून तोड़ने वाले उठाते है.

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