
iPhone 8 और iPhone 8 Plus में कुछ खास बदलाव नहीं है और ये iPhone 7 और 7 plus के अपग्रेड के तौर पर देखे जा सकते हैं. लेकिन iPhone X पूरी तरह से अलग है और इसमें नई चीजें दी गई हैं. नया क्या है.
नया ये है कि इसमें ओलेड डिस्प्ले है. नया ये है कि इसमें फेशियल रिकॉग्निशन है. नया ये है कि इसमें बिना बेजल की डिस्प्ले है. नया ये है कि इसमें कुछ या है ही नहीं. बहरहाल यह एक खूबसूरत स्मार्टफोन है.
एक समय था जब ऐपल ट्रेंड सेट करता था. खास कर स्मार्टफोन के मामले में ऐपल की कॉपी की जाती थी. लेकिन ऐपल इवेंट के बाद ऐसा लग रहा है कि कंपनी के पास फिलहाल iPhone में देने के लिए कोई ऐसी टेक्नॉलॉजी नहीं है जो इसे दूसरे स्मार्टफोन से अलग कर सके. इसमें कोई शक नहीं है कि iPhone की क्वॉलॉटी दूसरों से बेहतर है, डिजाइन भी अच्छा है और iOS 11 में बेहतरीन फीचर्स भी हैं. लेकिन क्या इसी बदौलत नए iPhone दूसरे स्मार्टफोन्स को टक्कर देने में कामयाब होंगे? ये तो वक्त ही बताएगा कि इसकी बिक्री नए रिकॉर्ड बनाती है या फिर फ्लॉप का टैग मिलता है.
मैं iPhone यूजर हूं और निश्चित तौर पर iPhone X खरीदूंगा भी. लेकिन इसलिए नहीं की इस स्मार्टफोन में कोई क्रांतिकारी बदलाव कर दिए गए हैं. लेकिन इसलिए कि यह मुझे निजी तौर पर पसंद है.
पिछले iPhone पर नजर डालें तो इसकी बिक्री iPhone 6 सीरीज के मुकाबले कम हुई है. इसकी वजह दूसरी स्मार्टफोन्स कंपनियां हैं जो लगातार नए इनोवेटिव फीचर्स देकर ऐपल के हार्डकोर कस्टमर्स को भी अपनी तरफ आकर्षित कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर आप चीनी कंपनी Xiaomi का हालिया स्मार्टफोन MI Mix 2 को ले सकते हैं. कंपनी ने इस स्मार्टफोन में कोई बेजल नहीं रखा है और इसका डिजाइन भी प्रभावित करता है. दावे के साथ ऐसा कहा जा सकता है कि कम से कम डिजाइन और डिस्प्ले के मामले में यह iPhone 8 सीरीज से टक्कर ले सकता है.
अगर आप ऐपल द्वारा पिछले कुछ सालों में किए गए बड़े ऐलान को ध्यान से देखें तो इनमें आपको ऐसा कुछ नहीं मिलेगा जिससे ये कहा जा सके की कंपनी ने कोई क्रांतिकारी प्रोडक्ट या फीचर लॉन्च किया है. उदाहरण के तौर पर आप iPhone 7 सीरीज को ही ले सकते हैं. डुअल कैमरा देने और हेडफोन जैक हटाने के अलावा कमोबेश इनमें कुछ ऐसा नहीं था जो दूसरे स्मार्टफोन्स में न हो. ऐसा ही iPad के साथ भी है.
डिजाइन पर आते हैं. iPhone 8, 8 Plus और iPhone X के डिजाइन की बात करें तो इसकी सॉलिड बिल्ड क्वॉलिटी है देखने में खूबसूरत भी है. लेकिन नया क्या है इसमें? क्या मार्केट में ऐसी बॉडी वाला स्मार्टफोन नहीं है? इससेब बेहतर डिजाइन वाले फोन मिल जाएंगे.
फेस आईडी- ऐपल चाहे इसे कितना भी बेहतर बताए, लेकिन एक आम कस्टमर के लिए यह फीचर बिल्कुल नया नहीं है. सैमसंग ने अपने फ्लैगशफि Note 8 में iris स्कैनर ओर फेशियल रिकॉग्निशन फीचर दिया है. इसलिए आप इसे नई टेक्लॉलॉजी या फिर हैरान करने वाला फीचर नहीं कह सकते.
वायरसेल चार्जिंग कई साल पहले से ही सैमसंग और दूसरी कंपनियां अपने फ्लैगशिप प्रोडक्ट्स में देती आई हैं.
कम बेजल डिस्प्ले भी कोई नई बात नहीं है. शाओमी ने पिछले साल ही MI Mix लॉन्च करके दुनिया भर को चौंकाया. क्योंकि इसमें बेजल न के बराबर थे.
वॉटर प्रूफ - ऐसे स्मार्टफोन की भरमार. सैमसंग के फ्लैगशिप फैबलटे Galaxy Note 8 को ले लीजिए. भारी बारिश में इसे आप नोट की तरह यूज कर सकते हैं. मसलन अगर आपको कुछ लिखना है तो एस पेन निकाल कर पानी में भी इस पर लिख सकते हैं.
इन सब के बावजूद iPhone एक बेहतरनी स्मार्टफोन साबित होगा. लेकिन बिक्री पर असर पड़ सकता है. मार्केट में दमदार प्रतिद्वंतदियों की भरमार है. सैमसंग पिछले साल से अब तक अपने फ्लैगशिप को इस तरह से डिजाइन कर रहा है कि लोग इसे पसंद कर रहे हैं. Galaxy S8 हो या Note 8 ये दोनों बेहतरीन डिवाइस हैं. इसके अलावा गूगल अब तैयार है अपने Pixel 2 स्मार्टफोन के साथ और जल्द ही कंपनी इसका ऐलान करेगी. इसलिए ऐपल के नए आईफोन का रास्ता इनता आसना नहीं होगा जितना पहले होता था.