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अमेरिकी टेक्नॉलॉजी कंपनी ऐपल पर कुछ लोगों ने मुकदमा किया है. इसकी वजह iPhone X की स्क्रीन है. शुक्रवार को क्रिस्चियन स्पॉन्शियैडो और कॉर्टनी डेविस ने ऐपल पर मुकदमा किया है. इनका आरोप है कि ऐपल ने iPhone X, iPhone XS और iPhone XS Max स्मार्टफोन्स की स्क्रीन को लेकर गलत विज्ञापन किया है.
आरोप में कहा गया है कि इन मॉडल्स में विज्ञापन के मुताबिक स्क्रीन रिजोल्यूशन नहीं है, क्योंकि विज्ञापन की डीटेल्स में स्क्रीन पिक्सल की जानकारी नहीं है. यहां सिर्फ रेड, ग्रीन और ब्लू सबपिक्सल हैं और iPhone X में सिर्फ एक पिक्सल में सिर्फ दो सब पिक्सल हैं.
दर्ज की गई शिकायत में कहा गया है कि कंपनी iPhone X सीरीज की स्क्रीन को लेकर लोगों से झूठ बोला है और भ्रामक विज्ञापन कर रहा है.
यह मुकदमा 55 पन्नों का है और इसमें इमेज और ग्राफ के जरिए हर तरह की शिकायत को जस्टिफाई किया गया है. एक डायग्राम के जरिए दिखाया गया है कि ऐपल ने स्क्रीन के टॉप मंं दिए गए नॉच को भी स्क्रीन के पिक्सल के तौर पर काउंट किया है.
इस शिकयात में यह भी कहा गया है कि ऐपल विज्ञापन में iPhone X को ऑल स्क्रीन बताती है जो सच नहीं है. इसके लिए भी इस मुकदमे में इमेज दिए गए हैं.
सीनेट की रिपोर्ट के मुताबिक इन दोनों कस्टमर्स ने हाल ही में iPhone X सीरीज के स्मार्टफोन्स खरीदे हैं. स्पोनशियैडो ने दिसंबर 2017 में खरीदा है, जबकि डेविस ने सितंबर 2018 में आईफोन खरीदा है. ये दोनों प्रोडक्ट के गलत विज्ञापन से नाखुश हैं. रिपोर्ट के मुताबिक डेविस ने इस मुकदमे में यह भी कहा है कि आईफोन खरीदने का बाद उन्हें कुछ दिक्कते भी हुई हैं जो स्क्रीन के पिक्सल की वजह से है. फिलहाल साफ नहीं है कि ये दिक्कत किस तरह की है. ये दोनों चाहते हैं इस मामले पर ऐपल के खिलाफ ऐक्शन लिया जाए.