
सेना प्रमुख बिपिन रावत ने एक बार फिर भविष्य के खतरों को देखते हुए सेना की तैयारी के बारे में जानकारी दी है. मंगलवार को भारतीय रक्षा अनुसंधान संगठन (DRDO) के एक कार्यक्रम में बिपिन रावत ने कहा कि अब हमारी नज़र ऐसे सिस्टम पर है, जिनकी जरूरत भविष्य की जंग में होगी.
बिपिन रावत ने कहा कि हमें साइबर, स्पेस, लेज़र, इलेक्ट्रॉनिक और रोबोटिक टेक्नॉलोजी को बढ़ावा देना होगा, जिनसे भविष्य में चुनौतियों का सामना किया जा सके. उन्होंने कहा कि DRDO ने देश के लिए कई ऐसे काम किए हैं, जिनसे सेना को काफी फायदा पहुंचा है.
सेना प्रमुख ने कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि हम अगला लड़ाई जब भी लड़ेंगे, तो उसे जीतेंगे. और ये जीत स्वदेशी हथियारों के दम पर होगी.
कार्यक्रम में क्या बोले नेवी प्रमुख?
बिपिन रावत से पहले इसी कार्यक्रम को नेवी प्रमुख चीफ एडमिरल करमबीर सिंह ने कहा कि अभी हमें तीन मोर्चों पर काम करने की जरूरत है, जो मैं सलाह भी देना चाहूंगा. उन्होंने कहा कि हमें टेक्नॉलोजी का भरपूर उपयोग करना होगा, साथ ही अमेरिका किस तरह आगे बढ़ रहा है और किस प्रकार के प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है इनपर नज़र रखना भी जरूरी है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि DRDO को छोटे इनोवेशन करने होंगे, जो जल्द तैयार हो सकें.
DRDO के इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे. यहां उनके साथ सेना प्रमुख बिपिन रावत, वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया, नेवी चीफ एडमिरल करमबीर सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल मौजूद रहे. सभी की ओर से यहां DRDO की बिल्डिंग में लगी पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की मूर्ति पर पुष्पांजलि दी गई, आज एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती है.