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बिहार में चलती ट्रेन से आर्मी का कैप्टन लापता, परिजनों ने कहा- किडनैप हुए

कटिहार के पुलिस अधीक्षक (रेल) जितेंद्र मिश्रा ने बताया कि रेलगाड़ी जब दिल्ली पहुंची, तब कैप्टन का सामान उसमें था, लेकिन कैप्टन अपनी सीट पर नहीं पाया गया.

कैप्टन शिखरदीप एक महीने की छुट्टी पर अपने घर आया था कैप्टन शिखरदीप एक महीने की छुट्टी पर अपने घर आया था
केशव कुमार
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  • 10 फरवरी 2016,
  • अपडेटेड 10:57 PM IST

चलती ट्रेन से भारतीय सेना के एक कैप्टन के लापता होने का एक मामला सामने आया है. लापता कैप्टन के परिजनों ने बरौनी रेल थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई है. पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है.

कटिहार में चढ़े, दिल्ली नहीं पहुंचे
पुलिस के मुताबिक जम्मू में तैनात 25 साल का कैप्टन शिखरदीप एक महीने की छुट्टी पर अपने घर आया था. छुट्टी बीत जाने के बाद छह फरवरी को वह कटिहार रेलवे स्टेशन से महानंदा एक्सप्रेस पर सवार होकर दिल्ली के लिए रवाना हुआ. इसी सफर के दौरान शिखरदीप लापता हो गया. परिजनों का कहना है कि छह फरवरी की रात तक कैप्टन से मोबाइल पर बात हुई थी.

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बरौनी रेल थाना में एफआईआर दर्ज
बरौनी रेल थाना प्रभारी आलोक प्रसाद ने बुधवार को बताया कि कटिहार में रहने वाले कैप्टन के बहनोई जिम्मी प्रकाश के बयान के आधार पर शिखरदीप के लापता होने और अपहरण की आशंका की एक एफआईआर दर्ज कर ली गई है. पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है.

तेज हुई तलाशी मुहिम
कटिहार के पुलिस अधीक्षक (रेल) जितेंद्र मिश्रा ने बताया कि रेलगाड़ी जब दिल्ली पहुंची, तब कैप्टन का सामान उसमें था, लेकिन कैप्टन अपनी सीट पर नहीं पाया गया. उन्होंने बताया कि कैप्टन शिखरदीप के मोबाइल फोन के कॉल डिटेल्स खंगाले जा रहे हैं. महानंदा एक्सप्रेस के टीटीई और बेडरोल कर्मी से भी पूछताछ की गई है. बेडरोल कर्मी के अनुसार, शिखरदीप को अंतिम बार कानपुर में देखा गया था. वर्तमान समय में कैप्टन का मोबाइल बंद बताया जा रहा है.

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पिता भी हैं सेना में अफसर
शिखरदीप मूल रूप से पूर्णिया जिले के महेन्द्रपुर गांव के निवासी हैं. फिलहाल उनका परिवार कटिहार में रह रहा है. शिखरदीप के पिता अनंत कुमार सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर पड़ोसी राज्य झारखंड के रांची में पोस्टेड हैं.

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