
भारतीय सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत ने मंगलवार को कहा कि लेफ्टिनेंट उमर फयाज की हत्या करने वाले आतंकियों को लेकर सेना बेहद सक्रिय है और जल्द ही खुफिया जानकारी के आधार पर इन आतंकियों और इस हत्या में शामिल लोगों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया जाएगा.
आज तक से विशेष बातचीत में रावत ने कहा कि सीमा पर भारतीय सेना से करारा जवाब मिलने से झुझलाई पाकिस्तानी सेना अब कश्मीर के रिहायशी इलाकों को निशाना बना रही है. इंडिया टुडे की स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम ने कश्मीर में आतंकवाद को वित्तीय मदद मुहैया कराने वाली ताकतों का पता लगाया है.
कश्मीर में हिंसा और आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान के अलावा हाफिज सईद जैसे नॉन-स्टेट एक्टर्स जिम्मेदार हैं. ये अपने एजेंटों के जरिए घाटी में हिंसा और आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए फंडिंग कर रहे हैं. कई शीर्ष अलगाववादी नेता सीमा पार से फंड मिलने की बात को कबूल कर चुके हैं. कुछ अलगाववादी नेता यह भी स्वीकार कर चुके हैं कि घाटी में हिंसा और आतंकवाद फैलाने के लिए स्थानीय स्तर पर भी पैसे की उगाही की जाती है.
एक जांच में कश्मीर में भारत विरोधी ताकतों की खुराफात सामने आ चुकी है. हिंसा को बढ़ावा देने में जिन लोगों के नाम सामने आए हैं, उनमें गिलानी गुट के हुर्रियत के प्रांतीय प्रेसिडेंट नईम खान, तहरीक-ए-हुर्रियत के गाजी जावेद बाबा और जेकेएलएफ के चेयरमैन फारूक अहमद डार शामिल हैं. पाकिस्तान कश्मीर में हिंसा और आतंकवाद को फैलाने के लिए हुर्रियत को फंड देता है. इसके लिए बाकायदा ब्लूप्रिंट तैयार किया गया है.