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पाकिस्तान जासूस ने किया खुलासा, खुफिया खबर के बदले मिलते थे 1 लाख

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार बीएसएफ के हेड कांस्टेबल अब्दुल रशीद को दिल्ली की एक अदालत ने सात दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेजा दिया है. वहीं, नई दिल्ली से गिरफ्तार किए ISI एजेंट कफायुल्लाह ने खुलासा किया है कि जासूसी के बदले पाकिस्तान उसे एक लाख रुपये देता था, इसमें से 10 हजार वह रशीद को देता था.

मुकेश कुमार
  • नई दिल्ली,
  • 30 नवंबर 2015,
  • अपडेटेड 11:19 PM IST

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार बीएसएफ के हेड कांस्टेबल अब्दुल रशीद को दिल्ली की एक अदालत ने सात दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेजा दिया है. वहीं, नई दिल्ली से गिरफ्तार किए ISI एजेंट कफायुल्लाह ने खुलासा किया है कि जासूसी के बदले पाकिस्तान उसे एक लाख रुपये देता था, इसमें से 10 हजार वह रशीद को देता था.

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क्राइम ब्रांच के ज्वाइंट कमिश्नर रविंद्र यादव ने बताया कि जासूसी के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनकी पहचान कफैतुल्ला खान उर्फ मास्टर राजा और बीएसएफ के हेड कांस्टेबल अब्दुल रशीद के तौर पर हुई है. राजा जम्मू-कश्मीर के रजौरी जिल का रहने वाला है. अब्दुल रशीद भी रजौरी जिले में बीएसएफ की खुफिया शाखा में तैनात है.

जानकारी के मुताबिक, ISI की सबसे बड़ी साजिश को हिंदुस्तानी खुफिया एजेंसियों और दिल्ली पुलिस ने नाकाम कर दिया है. नई दिल्ली से गिरफ्तार ISI एजेंट कफायतुल्लाह, बीएसएफ में ISI का जासूस अब्दुल रशीद, मेरठ से गिरफ्तार ISI का गुर्गा एजाज़, कोलकाता से गिरफ्तार ISI के तीन जासूस इरशाद अंसारी, अशफाक अंसारी और जहांगीर हिन्दुस्तानी जेल में कैद हैं.

कफायुल्लाह और रशीद में हुई थी डील
इन 6 गिरफ्तारियों से देश में ISI के नेटवर्क और ख़तरनाक इरादों के बारे में कई अहम खुलासे हुए हैं. ISI एजेंट कफायुल्लाह और बीएसएफ के हेड कांस्टेबल अब्दुल रशीद से लंबी पूछताछ में हैरान कर देने वाले खुलासे हुए हैं. क्राइम ब्रांच के मुताबिक ‎अब्दुल रशीद और कफायतुल्लाह के बीच डील हुई थी. कफायतुल्लाह को भारतीय फौज और सुरक्षा बलों से जुड़ी जानकारी लानी होती थी.

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जासूसी के लिए मिलते थे एक लाख
कफायतुल्लाह को भारत का हर अहम कागजात सौंपने पर पाकिस्तान से 1 लाख रुपये मिलते थे. वह एक लाख में से 10 हजार रुपये अब्दुल रशीद को देता था. भारत सरकार ISI के एजेंट और जासूसों की गिरफ्तारी को बड़ी कामयाबी मान रही है. इससे देश में फैले ISI के संदिग्ध लोगों तक पहुंचने की अहम कड़ी माना जा रहा है. पुलिस हिरासत में इन जासूसों के जरिए कई और खुलासे होने हैं.

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