
डगमगाती अर्थव्यवस्था पर उठ रहे सवालों पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विरोधियों पर करारा वार किया है. जेटली ने कहा है कि ये सही है कि भारतीय अर्थव्यवस्था हाल के दिनों में कुछ चुनौतियां का सामना कर रही है, लेकिन कुछ लोग इसकी कम समझ के कारण या फिर राजनीतिक मकसद के कारण विरोध कर रहे हैं. वो लोग इस छोटे से पीरियड को एक आर्थिक संकट बता रहे हैं. अभी अर्थव्यवस्था रिकवरी मोड में है.
बता दें कि पिछले कुछ समय से केंद्र सरकार पर अर्थव्यवस्था को लेकर सवाल उठाए हैं. सवाल उठाने वालों में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा, शत्रुघ्न सिन्हा और अरुण शौरी आदि रहे हैं.
इंडिया टुडे से बात करते हुए जेटली ने बताया कि सितंबर में जो डाटा आया है उसमें साफ है कि महंगाई गिरी है और इंडस्ट्रियल आउटपुट में काफी बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने कहा कि ये अर्थव्यवस्था के सुधरने के कुछ लक्षण है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के नेतृत्व में भारत लगातार दुनिया की सबसे तेज उभरती हुई अर्थव्यवस्था रहा है. क्या ऐसा यूपीए सरकार में हुआ था? एक बार भी नहीं.
राहुल गांधी के जीएसटी पर बोले गए हमले का भी जेटली ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि जीएसटी से पहले देश में 17 टैक्स और 17 सेस थे, जो कि अब नहीं है. अब ना ही कोई इंस्पेक्टर राज है, बल्कि सारा सिस्टम ऑनलाइन आ गया है.
टैक्स भरने पर अरुण जेटली बोले कि टैक्स भरना देशभक्ति का काम है, आप अपने सुरक्षाबलों को कैसे मजबूत करते हैं, आप गरीबी को कैसे दूर करेंगे.