
अपने दो दिनों के चुनावी दौरे के दौरान गुरुवार को बनारस पहुंचे वित्त मंत्री अरुण जेटली ने यूपी चुनाव से लेकर अर्थव्यवस्था तक और गुरमेहर विवाद से लेकर एटीएम तक पर नजरिया साफ कर दिया.
जेटली ने कहा कि अगर राष्ट्रवाद पर बहस होगी तो हम उसमें हिस्सा लेंगे. देशभर मे राष्ट्रवाद को बुरा बताने की होड़ लगी है, राष्ट्रवाद बुरा शब्द है ये प्रचार करने की कोशिश हो रही है. जेटली ने कहा कि देशभक्ति और देशद्रोही की ये बहस हमनें नहीं शुरू की.
उन्होंने कहा कि दिल्ली के चुनाव के पहले देखिए चर्च पर हमले को मुद्दा बनाया गया, सच्चाई सामने आ गई. बिहार चुनाव के पहले अवॉर्ड वापसी को उठाया गया. अब यूपी चुनाव के पहले एक सोची समझी साजिश के तहत इसे फिर से उठाया जा रहा है. जेटली ने कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि हमारी सरकार बनेगी. अखिलेश और कांग्रेस के खिलाफ मतदाता विद्रोह की मुद्रा में है.
सपा-बसपा पर ऐसे हमलावर हुए जेटली:-
जेटली ने कहा कि सपा-बसपा के राज में एक दो वर्गों का वर्चस्व हुआ करता था. दूसरे वर्गों को हाशिए पर रखा जाता था. बसपा ने क्रिमिनल्स को लेकर ध्रुवीकरण करने की कोशिश की है. ऐसी राजनीति के खिलाफ
व्यापक विद्रोह है. विकास के हमारे मॉडल के अलावा सपा बसपा के खिलाफ गुस्सा भी हमारे पक्ष में है. नोटबंदी का विरोध भी सपा-बसपा को भारी पड़ रहा है. जेटली ने कहा कि बीएमसी और ओडिशा में भी हमें इसका
फायदा मिल रहा है.
तेजी से बढ़ी भारत की अर्थव्यवस्था
जेटली ने कहा कि जब मोदी जी की सरकार के पहले तीन साल पूरे होंगे तो ये विश्व की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था होगी. जीडीपी के आंकड़ों को देखकर कांग्रेस को भी खुश होना चाहिए था. जब पूरा देश ख़ुश
है, लेकिन कांग्रेस ख़ुश नहीं दिखती.