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अरुण शौरी ने कहा था फर्जिकल स्ट्राइक, 2 दिन बाद ही सामने आ गया वीडियो

हाल ही में कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज की किताब 'कश्मीर: गिलम्पसेज ऑफ हिस्ट्री एंड द स्टोरी ऑफ स्ट्रगल' के विमोचन के मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी ने सर्जिकल स्ट्राइक को 'फ़र्जिकल स्ट्राइक' करार देते हुए आरोप लगाया था कि चीन, पाकिस्तान और बैंक को लेकर मोदी सरकार के पास कोई नीति नहीं है.

कांग्रेस नेता अरुण शौरी (तस्वीर- GETTY IMAGES) कांग्रेस नेता अरुण शौरी (तस्वीर- GETTY IMAGES)
अजीत तिवारी
  • नई दिल्ली,
  • 28 जून 2018,
  • अपडेटेड 7:51 AM IST

भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान में घुसकर किए गए सर्जिकल स्ट्राइक को बीजेपी के बागी नेता अरुण शौरी के 'फर्जिकल स्ट्राइक' करार देने के बाद ही इसका सबूत सामने आ गया है. सामने आए सबूत से यह साफ हो गया है कि भारतीय जवानों ने पाक सीमा में तीन किलोमीटर अंदर घुसकर दुश्मनों को तबाह कर दिया था.

उरी हमले की जवाबी कार्रवाई के तौर पर किया था सर्जिकल स्ट्राइक

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दरअसल, सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान भारतीय सेना ने रॉकेट लॉन्चर, मिसाइलों और छोटे हथियारों से हमला किया था. यह हमला भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में भारतीय सेना के कैंप हुए आतंकी हमले की जवाबी कार्रवाई के तौर पर किया था.

शौरी ने कहा था फर्जिकल स्ट्राइक...

हाल ही में कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज की किताब 'कश्मीर: गिलम्पसेज ऑफ हिस्ट्री एंड द स्टोरी ऑफ स्ट्रगल' के विमोचन के मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी ने सर्जिकल स्ट्राइक को 'फ़र्जिकल स्ट्राइक' करार देते हुए आरोप लगाया था कि चीन, पाकिस्तान और बैंक को लेकर मोदी सरकार के पास कोई नीति नहीं है.

इस दौरान शौरी ने कहा था कि सिर्फ हिन्दू मुसलमान के बीच दूरी पैदा करके राजनीतिक लाभ हासिल करने की कोशिश की जा रही है. साथ ही उन्होंने पुस्तक विमोचन समारोह से दूरी बनाने के लिए कांग्रेस की आलोचना भी की और कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि मुख्य विपक्षी पार्टी ने यह कदम क्यों उठाया.

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कार्यक्रम में बोलते हुए वायपेयी सरकार में मंत्री रह चुके अरुण शौरी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि स्वायत्तता की भारी कमी है. दिल्ली से पैसा जाता जरूर है लेकिन जरूरतमंदों तक पहुंचता नहीं है. शौरी ने चुनाव आयोग और CAG जैसी संस्थाओं को और सजग बनाने पर भी जोर दिया.

कांग्रेस ने पुस्तक विमोचन के इस कार्यक्रम से दूरी बनायी जरूर थी लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने इसमें शिरकत की थी. हालांकि रमेश मंच पर नहीं, बल्कि दर्शकदीर्घा में बैठे थे. यही नहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने भी इस कार्यक्रम के लिए निमंत्रण स्वीकार किया था लेकिन कांग्रेस पार्टी की प्रतीक्रिया आने के बाद उन्होंने इसमें शामिल न होना ही ठीक समझा. बता दें कि इस कार्यक्रम में चिदंबरम को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया था.

दरअसल, सोज की इस पुस्तक के हवाले से एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया था कि उन्होंने परवेज मुशर्रफ के उस बयान का भी समर्थन किया है कि कश्मीर के लोग भारत या पाकिस्तान के साथ जाने की बजाय अकेले और आजाद रहना पसंद करेंगे. इस मीडिया रिपोर्ट के सामने आने के बाद कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने अपने ही पार्टी के नेता सोज पर अपनी किताब बेचने के लिए 'सस्ते हथकंडे' अपनाने का आरोप लगाया था.

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