
महिलाओं के खिलाफ बढ़े अत्याचार के खिलाफ दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने तीसरे दिन भी राजघाट पर अपना अनशन जारी रखा. हालांकि, रविवार को स्वाति ने ट्वीट कर आशंका जताई कि रात में पुलिस उन्हें अनशन से जबरन उठाने की कोशिश कर सकती है.
उन्होंने कहा कि पुलिस उन्हें उठाने के लिए डॉक्टर की झूठी रिपोर्ट लाई है कि उनकी जान को अनशन से खतरा है. स्वाति का कहना था कि वह अब भी आसानी से 5 किमी तक दौड़ सकती हैं और उन्हें कमजोरी महसूस नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि वह प्राइवेट डॉक्टर से अपनी सेहत की जांच कराना चाहती हैं.
उन्होंने इसके बाद कहा कि उन्हें समर्थन मिलता देख केंद्र सरकार चिंतित हो गई है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय की पुलिस को जितनी चिंता उनकी है, उसकी आधी भी अगर केंद्र सरकार ने महिलाओं के लिए चिंता दिखाई होती तो उन्हें अनशन न करना पड़ता.
हालांकि, मालीवाल के दावे पर सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी ने कहा है कि डॉक्टरों के कहने पर उनसे अनशन खत्म करने का अनुरोध किया गया. उन्हें जबरन हटाने की योजना नहीं है. रात में भी उनका चेकअप किया जाएगा. अगर डॉक्टर कहेंगे तभी उन्हें हटाया जाएगा.
केजरीवाल भी पहुंचे अनशन में
इस दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी रविवार को समता स्थल पहुंचे और स्वाति का समर्थन किया. केजरीवाल ने कहा कि बलात्कार खत्म करने का मुद्दा देश का मुद्दा है. अनशन में शामिल होने पर उन्होंने कहा कि मैं एक बाप हूं अपनी बेटी की सुरक्षा के लिए आया हूं. दिल्ली की महिलाओं की सुरक्षा के लिए आया हूं. उन्होंने कहा कि एक ऐसा सिस्टम बनना चाहिए कि बलात्कार करने से लोग डरें.
उन्होंने कहा, 'खाना पीना छोड़कर स्वाति आंदोलन कर रही हैं. रोज इस देश में छोटी बच्चियों के साथ बलात्कार होते हैं. उत्तरप्रदेश में एक महिला के बलात्कार में कई महीने तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई. FIR और दोषियों को गिरफ्तार करने के बजाय उस महिला के पिता को गिरफ्तार किया गया क्योंकि आरोप एक बीजेपी विधायक पर था.'
उन्होंने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, 'केंद्र सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार और वहां की पुलिस आरोपी बीजेपी विधायक को बचाने लगी. बलात्कार खत्म होना चाहिए और ये मुद्दा स्वाति जी का नहीं बल्कि देश का मुद्दा है. यहां आए लोग स्वाति पर अहसान करने नहीं आए. मैं एक बाप हूं अपनी बेटी की सुरक्षा के लिए आया हूं. दिल्ली की महिलाओं की सुरक्षा के लिए आया हूं.'
उन्होंने कहा कि कई लोगों ने मोहल्लों में पोस्टर चिपकाए जिसमें लिखा था कि बीजेपी कार्यकर्ता यहां न आएं. स्वाति जी ने मांग की है, हम उनकी मांग को लागू करने की मांग दोहराते हैं. दिल्ली पूर्ण राज्य नहीं है, लेकिन अगले विधानसभा सत्र में प्रावधान लाएंगे कि छोटी बच्ची के बलात्कार में फांसी की सजा हो और 6 महीने का ट्रायल हो.
केंद्र ने आज तक एक भी कानून पास करके नहीं भेजा लेकिन उनसे कानून पास करने की अपील करेंगे. महिलाओं के खिलाफ तमाम अपराध 6 महीने में निपटा सकें इसके लिए कितने कोर्ट, जज और पैसे की ज़रूरत है ये हाईकोर्ट से जानकरी मिलते ही बना देंगे.