
देश में रेप की बढ़ती घटनाओं पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का बयान राजनीतिक तूल पकड़ता जा रहा है. आपसी अनबन पर रेप का एफआईआर दर्ज कराने वाले उनके बयान की दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कड़ी निंदा की और लड़कियों की सुरक्षा पर सवाल उठाए.
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट कर खट्टर की आलोचना करते हुए कहा, 'अगर किसी प्रदेश के CM ऐसा सोचते हैं, तो वहां लड़कियां सुरक्षित कैसे हो सकती हैं? CM साहिब रेप को जस्टिफाई कर रहे हैं. यही कारण है कि हरियाणा में रेप बढ़ रहे हैं और बलात्कारी पकड़े नहीं जाते, खुले घूम रहे हैं.'
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अपने दूसरे ट्वीट में भी खट्टर पर निशाना साधा और कहा कि हरियाणा की महिलाओं में रोष है.
खट्टर की सफाई
मुख्यमंत्री केजरीवाल और कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला के अलावा सामाजिक, महिला संगठनों और राजनीति दलों की ओर से हो रही आलोचना के बाद रोहतक में सीएम खट्टर की लड़कियों के दोस्त द्वारा सहमति से रेप की घटनाओं पर सफाई दी और कहा कि उनके बयान पर राजनीति नहीं होनी चाहिए.
खट्टर ने कहा, 'यह मैंने नहीं कहा कि सहमति से रेप होते हैं यह तो रेप के मामलों में जांच के बाद यह बात सामने आई है. यह सामाजिक तौर पर गलत है और इसमें राजनीति नहीं करनी चाहिए.
क्या कहा था CM खट्टर ने
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने एक दिन पहले विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि रेप और छेड़छाड़ की 80 से 90 फीसदी घटनाएं जानकारों के बीच होती हैं. लंबे समय तक एक साथ घूमते हैं और एक दिन अनबन हो जाती है तो उस दिन उठकर के एफआईआर करवा देते हैं कि इसने मेरा रेप किया.
मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा था कि प्रदेश में रेप की घटनाएं बढ़ी नहीं है. पहले भी रेप होते थे आज भी होते हैं, लेकिन यह चिंता का विषय है. सीएम के बयान की कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने विरोध किया.
पहले भी कई विवादित बयान
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर इससे पहले भी विवादित बयान देते रहे हैं. सीएम चुने जाने से पहले ही उन्होंने कहा था कि अगर कोई लड़की शालीन दिखने वाले कपड़े पहनती है तो कोई लड़का उसे गलत ढंग से नहीं देखेगा.
यही नहीं, जब उनसे लड़कियों और लड़कों की आजादी के विकल्प के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'अगर आप आजादी चाहते हैं तो फिर नंगे क्यों नहीं घूमते. स्वतंत्रता सीमित होनी चाहिए. छोटे-छोटे कपड़ों पर पश्चिम का प्रभाव है. हमारे देश की परंपरा में लड़कियों से शालीन कपड़े पहनने के लिए कहा गया है.'