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'अन्ना आंदोलन' में शुरू से थे BJP के लोग, पर पहचान नहीं सके केजरीवाल!

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथी रहे कपिल मिश्रा ने उनपर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए. जिसके बाद अरविंद केजरीवाल सभी राजनीतिक पार्टियों के निशाने पर हैं. तो वहीं पूरी आम आदमी पार्टी केजरीवाल के बचाव में आ गई है, और कपिल मिश्रा पर जमकर हमला बोल रही है. आप नेता संजय सिंह ने कपिल मिश्रा पर बीजेपी की भाषा बोलने का आरोप लगाया, तो वहीं कपिल ने कहा कि जब भी कोई इनके खिलाफ बोलता है तो उसे मोदी और बीजेपी का एजेंट बताते हैं.

बीजेपी के लोगों को नहीं पहचान पाये केजरीवाल बीजेपी के लोगों को नहीं पहचान पाये केजरीवाल
मोहित ग्रोवर
  • नई दिल्ली,
  • 08 मई 2017,
  • अपडेटेड 4:11 PM IST

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथी रहे कपिल मिश्रा ने उनपर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए. जिसके बाद अरविंद केजरीवाल सभी राजनीतिक पार्टियों के निशाने पर हैं. तो वहीं पूरी आम आदमी पार्टी केजरीवाल के बचाव में आ गई है, और कपिल मिश्रा पर जमकर हमला बोल रही है. आप नेता संजय सिंह ने कपिल मिश्रा पर बीजेपी की भाषा बोलने का आरोप लगाया, तो वहीं कपिल ने कहा कि जब भी कोई इनके खिलाफ बोलता है तो उसे मोदी और बीजेपी का एजेंट बताते हैं.

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लेकिन ये पहली बार नहीं है कि आम आदमी पार्टी अपने ही किसी की साथी को बीजेपी का एजेंट या बीजेपी की भाषा बोलने वाला बताया हो. अन्ना के आंदोलन से ही अरविंद केजरीवाल के साथ ऐसे कई लोग रहे हैं, जो अब या तो बीजेपी समर्थक हैं या फिर अरविंद केजरीवाल के खिलाफ हैं.

1. किरण बेदी
पुद्दुचेरी की राज्यपाल किरण बेदी शुरू से ही अन्ना आंदोलन का हिस्सा रही थीं. वह इंडिया अगेंस्ट करप्शन में शुरू से ही एक्टिव थी, और हर कदम पर अरविंद केजरीवाल के साथ थी. लेकिन 2015 के विधानसभा चुनावों से पहले किरण बेदी ने बीजेपी का दामन थाम लिया. और केजरीवाल के खिलाफ ही चुनाव लड़ा. आम आदमी पार्टी ने 'ईमानदार केजरीवाल बनाम मौकापरस्त बेदी' का अभियान छेड़ा.

2. अनुपम खेर
अभिनेता अनुपम खेर भी इंडिया अगेंस्ट करेप्शन आंदोलन में लगातार एक्टिव रहे, उन्होंने आंदोलन के दौरान अन्ना और केजरीवाल के साथ मंच भी साझा किया था. लेकिन बाद में अनुपम खेर लगातार अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते रहे, और बीजेपी के समर्थन में बयान देते रहे हैं.

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3. जनरल वीके सिंह
केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह भी इंडिया अगेंस्ट करप्शन का एक अहम हिस्सा थे. उनके साथ कई सैनिकों ने भी अन्ना आंदोलन का पूरा समर्थन किया था. लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले वीके सिंह बीजेपी में शामिल हुए, और सांसद बनें.

4. बाबा रामदेव
बाबा रामदेव ने भ्रष्टाचार के साथ-साथ काले धन को लेकर भी आंदोलन किया था. बाबा रामदेव ने लगातार अन्ना के आंदोलन का समर्थन किया था, लेकिन बाबा रामदेव भी 2014 के चुनावों से पहले खुलकर नरेंद्र मोदी और बीजेपी के समर्थन में आये. बाबा रामदेव ने लगातार अरविंद केजरीवाल पर तीखे हमले भी किये.

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