Advertisement

पंजाब चुनाव: वोटरों से जुड़ने के लिए पंजाबी सीख रहे हैं केजरीवाल, रोजाना लेते हैं दो घंटे की क्लास

अगले साल होने वाले पंजाब चुनावों में जीत पर नजरें टिकाए केजरीवाल ने वोटरों से जुड़ने के लिए पंजाबी सीखना शुरू कर दिया है. यही नहीं, केजरीवाल गुरमुखी लिखना और पढ़ना भी सीख रहे हैं.

ब्रजेश मिश्र/पुण्‍य प्रसून वाजपेयी
  • नई दिल्ली,
  • 15 जून 2016,
  • अपडेटेड 11:43 PM IST

पंजाब में विधानसभा चुनावों को देखते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक नया पैंतरा आजमाया है. हाल ही में सिर पर पगड़ी बांधकर पंजाब में रैली करने वाले केजरीवाल आने वाले दिनों में पंजाबी में जनसभाओं को संबोधित करते नजर आ सकते हैं.

अगले साल होने वाले पंजाब चुनावों में जीत पर नजरें टिकाए केजरीवाल ने वोटरों से जुड़ने के लिए पंजाबी सीखना शुरू कर दिया है. यही नहीं, केजरीवाल गुरमुखी लिखना और पढ़ना भी सीख रहे हैं.

Advertisement

'जनता से जुड़ने के लिए सीखी पंजाबी'
'आज तक' से बातचीत में अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'मैं गुरमुखी सीख रहा हूं ताकि पंजाब के लोगों की नब्ज को सही से पकड़ सकूं, साथ ही उनकी संस्कृति और सामाजिक स्थिति को भी समझ सकूं. सत्ता तो बिना भाषा या स्क्रिप्ट के भी हासिल की जा सकती है, लेकिन उसमें हम सही से जनता से जुड़ नहीं पाएंगे.'

'दो महीने की कड़ी मेहनत का नतीजा'
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाषा पर उनकी पकड़ सिर्फ एक दिन में नहीं आई, इसके लिए उन्होंने दो महीने कड़ी मेहनत की है. वह गुरमुखी सीखने के लिए लगातार क्लासेज ले रहे हैं और टेस्ट में भी शामिल हो रहे हैं. उन्होंने कहा, 'मैं रोजाना दो घंटे पंजाबी सीखने में लगा रहा हूं. बीते दो महीनों से यह लगातार प्रैक्टिस में शामिल है.' भाषा पर अपनी पकड़ को परखने के लिए केजरीवाल ने पंजाबी अखबार भी पढ़ना शुरू कर दिया है.

Advertisement

सत्ता में आए तो मिलेगा फायदा
AAP नेता ने कहा कि वह पंजाब में पार्टी के बेहतर प्रदर्शन के लिए खुद को मानसिक रूप से तैयार कर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'अगर हम सत्ता में आते हैं तो हमें इसका फायदा मिलेगा.'

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement