
आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली में एक नई परिपाटी की शुरुआत कर रही है. लोगों से पूछकर बजट बना रही है. 12 विधानसभा में लोगों से उनकी राय पूछी जाएगी. शुरुआत हुई है पटपड़गंज से जहां दो जगहों पर जनता का बजट नाम से कार्यक्रम रखा गया. एक सभा में मुख्यमंत्री केजरीवाल खुद गए और लोगों से पूछा कि वो कैसा बजट चाहते हैं. केजरीवाल का 'आप' से तौबा, नई पार्टी 'मैं'
दरअसल जून में दिल्ली सरकार का पूर्ण बजट विधानसभा में पेश होना है और केजरीवाल इसी की तैयारी में अलग अलग मुहल्ले में जनता के बीच पहुंच रहे हैं ये जानने के लिए कि आखिर लोग बजट में चाहते क्या हैं. केजरीवाल ने बजट पेश करने की अपनी तैयारी की शुरुआत पूर्वी दिल्ली के पटपड़गंज इलाके के ईस्ट विनोद नगर से की. इस मुहल्ला सभा में करीब ढाई सौ लोगों ने हिस्सा लिया.
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने वीआईपी कल्चर को दरकिनार करते हुए लोगों के बीच लोगों से सीधा संवाद किया. उनकी राय जानी और ये भी भरोसा दिया कि उनकी प्राथमिकताओं को बजट में जरूर जगह दी जाएगी. जनता ने भी मूलभूत सुविधाओं की ओर सीएम साहब का ध्यान खींचा. किसी ने अंधेरी सड़कों का मुद्दा उठाया, किसी ने अस्पताल की सुविधा मांगी तो किसी ने कहा कि इलाके में शिक्षा के लिए बजट में प्रावधान जरूरी है.
दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार फिलहाल राजधानी के 12 विधानसभा क्षेत्रों में लोगों से बजट पर उनकी पसंद नापसंद का जायजा ले रही है. केजरीवाल ने भी भरोसा दिया है कि अगर बजट से पहले का ये प्रयोग सफल रहा तो अगले साल पूरे 70 विधानसभा क्षेत्रों में इसे लागू किया जाएगा.