
'आप' नेता आशुतोष की पुस्तक ‘द क्राउन प्रिंस, द ग्लेडियेटर एंड द होप’ के विमोचन के अवसर पर केजरीवाल ने असंतुष्ट नेता अजीत झा और आनंद कुमार के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल करने पर अफसोस प्रकट किया. एक ऑडियो स्टिंग में इस बाबत पिछले दिनों खुलासा हुआ था.
इंसान हूं, गलतियां करता हूं
केजरीवाल ने कहा, 'मैं इंसान हूं और मैं गलतियां करता हूं. मैं नाराज था. इस तरह की भाषा से बचा जा सकता था.' उन्होंने इस तरह की धारणा को भी खारिज करने का प्रयास किया कि पार्टी में विरोधाभासी विचारों की कोई जगह नहीं है. केजरीवाल ने कहा कि वह निजी हमलों से भावुक हो गए थे. लेकिन पार्टी में सभी विचारों के लिए जगह है.
उन्होंने कहा, 'यह कहना गलत होगा कि आशुतोष, मनीष सिसौदिया और कुमार विश्वास हर चीज पर सहमत हो जाते हैं. उन सभी ने अपना करियर छोड़ा है और सबकुछ ताक पर रखकर हमारे साथ आ गए.' केजरीवाल ने कहा, 'लेकिन सबकुछ गरिमा के साथ होता है. एक सीमा होती है. चहारदीवारी में हम बहस करते हैं और झगड़ते हैं लेकिन बाहर हम एक टीम हैं. जब सीमाएं लांघी जाती हैं तो पीड़ा होती है.'
'आप' संयोजक ने कहा कि पिछले साल जून में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में वह इसलिए रो पड़े थे कि साजिशें रची जा रहीं थीं और निजी हमले किए जा रहे थे. उन्होंने कहा, 'संभवत: मेरे लिए इसे भावनात्मक रूप से संभाल पाना मुश्किल था. इस वजह से मैं भावुक हो गया.'