
AIMIM से सांसद असदुद्दीन ओवैसी का ट्रिपल तलाक और जलीकट्टू के मसले पर बयान आया तो विरोधियों ने पलटवार भी शुरू कर दिया. इस कड़ी में बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी अव्वल रहे. उन्होंने ओवैसी के परंपरा की सुरक्षा वाले बयान पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि परंपरा को बचाने के लिए संविधान का हवाला देन वाले ओवैसी जानते होंगे कि उसी संविधान में हमारे मूलभूत अधिकारों पर भी अंकुश लगने जैसा प्रावधान है.
स्वामी ने ओवैसी से चुटकी लेते हुए कहा कि वैसे तो ओवैसी पढ़े लिखे व्यक्ति हैं लेकिन वो कई बातों को दबा देते हैं, जिनको दबाना नहीं चाहिए. दरअसल वो लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए कुछ बातों को दबा देते हैं. उन्होंने आगे कहा कि संविधान के मुताबिक हमारे मूलभूत अधिकारों पर भी अंकुश लग सकता है. ये हमारे आर्टिकल 25 और 30 में लिखा है. इतना ही नहीं आर्टिकल 14 में संविधान सबको समान अधिकार देने की बात भी करता है. तीन बार तलाक कहने से तलाक नहीं हो सकता है. ये मानव अधिकार के विरुद्ध है इतना ही नहीं ये मुस्लिम महिलाओं का अपमान भी है.
स्वामी ने जलीकट्टू का समर्थन करने और मोदी सरकार पर हमला करे को लेकर ओवैसी को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि जलीकट्टू पर प्रतिबंध लगा यूपीए सरकार के कारण क्योंकि उन्होंने जलीकट्टू पर बैन लगाया था हमारी सरकार ने बैन को ख़त्म कर दिया उसके बाद एक प्रस्ताव तमिलनाडु सरकार ने पास किया.
फिर उन्होंने ट्रिपल तलाक के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि महिलाओं का अधिकार कोई छीन नहीं सकता. उन्होंने आगे कहा कि समान नागरिक संहिता तो हम लागू करेंगे. इस पर किसी को कोई शक नहीं होना चाहिए. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि ओवैसी ने ट्रिपल तलाक़ के मामले में महिलाओं का बहुत बड़ा अपमान किया है. उन्होंने साक्षी महाराज के बयानों से ओवैसी के बयान की तुलना करते हुए कहा कि अगर साक्षी महाराज कुछ बोल देते हैं तो बहुत बवाल होता है इस लिए इनके बयान पर चर्चा होनी चाहिए.
मुरली मनोहर जोशी को मिले पद्म विभूषण पर सवाल उठाने वाले ओवैसी को मुंहतोड़ जवाब देते हुए स्वामी ने कहा कि अगर उन्हें लगता है कि जोशी जी को ये सम्मान गलत दिया गया तो वो कोर्ट जा सकते हैं लेकिन जब इस तरह सम्मान दिये जाते हैं तो इससे पहले क़ानूनी सलाह ली जाती है शायद ये बात ओवैसी को पता नहीं है.