
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी से राम मंदिर मुद्दे और आदित्यनाथ योगी के उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने पर 'आज तक' ने खास बातचीत की. ओवैसी ने कहा कि अयोध्या विवाद पर कोर्ट को जल्द से जल्द से फैसला सुनाना चाहिए.
किसी से बात नहीं करेगा मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड
अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि यह कोई ऑर्डर नहीं है बल्कि एक ऑब्जरवेशन है. झगड़ा टाइटल का है, जिसके पास टाइटल है, उसी के हक में फैसला होगा. इससे पहले भी कई बार बातचीत हो चुकी है, जिसका कोई नतीजा नहीं निकला. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने यह फैसला किया है कि अब वह किसी से बातचीत नहीं करेंगे. पर्सनल बोर्ड ने कहा है कि इस मसले की रोज सुनवाई हो और जल्द से जल्द फैसला किया जाए.
अयोध्या विवाद पर जल्द फैसला करे कोर्ट
ओवैसी का कहना है कि जब सुप्रीम कोर्ट छुट्टियों में तीन तलाक के मसले पर बैठ सकता है, तो अयोध्या मुद्दे पर भी लगातार सुनवाई होनी चाहिए. सुप्रीम कोर्ट कह रहा है कि यह गंभीर मामला है. जब तीन तलाक का मसला सुन रहे हैं तो उसी के साथ में इस मसले को भी सुन लीजिए. जल्दी फैसला कर लीजिए क्योंकि छह बार इस मुद्दे पर पहले भी बातचीत हो चुकी है.
देश को हिंदू राष्ट्र बनाना चाहती है BJP
योगी के मुख्यमंत्री बनने पर ओवैसी ने कहा कि बीजेपी और योगी दोनों से ही हमारा विरोध है. दोनों की विचारधारा हिंदू राष्ट्र बनाने की है. हमारा विरोध बीजेपी से है और आगे भी रहेगा. दूसरी बात यह है कि अगर उत्तर प्रदेश के बूचड़खाने बंद हो जाएंगे, तो प्रदेश को 11 हजार 680 करोड़ का नुकसान होगा.
दिखावा है 'सबका साथ, सबका विकास'
सीएम आदित्यनाथ के 'सबका साथ, सबका विकास' की बात पर ओवैसी ने कहा कि हम जानते हैं कि यह सिर्फ एक नारा है, इसमें कोई हकीकत नहीं है.
अगर सबके विकास की बात होती, तो किसी मुसलमान को भी टिकट दिया गया होता. इससे साफ जाहिर होता है कि हिंदू राष्ट्र बनाने के साथ हिंदुस्तान को कमजोर करने की पूरी कोशिश हो रही है.