
यौन शोषण के आरोप में जोधपुर की जेल में बंद आसाराम के लिए अगला हफ्ता बेहद खास होने वाला है, क्योंकि जोधपुर का एससी/एसटी कोर्ट रेप के मामले में उन पर फैसला सुनाएगा. फैसले के दिन बड़ी संख्या में समर्थकों के जोधपुर पहुंचने की आशंका को देखते हुए जिले में अगले 10 दिन के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है.
फैसला जोधपुर की सेंट्रल जेल में सुनाया जाएगा, जहां आसाराम जेल की सजा काट रहे हैं. उन पर फैसले को देखते हुए प्रशासन मुस्तैद हो गया है और 21 से 30 अप्रैल तक जोधपुर में धारा 144 लगा दी गई है.
फैसले का दिन नजदीक आते देख राजस्थान पुलिस की परेशानी बढ़ती जा रही है. जोधपुर पुलिस को राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका लगानी पड़ी कि 25 अप्रैल को आसाराम पर जब फैसला सुनाया जाए, तो उन्हें जेल के अंदर ही रखा जाए.
हिंसा भड़कने का डर
जोधपुर पुलिस को डर है कि आसाराम को अगर फैसले के दिन जेल से कोर्ट लाया गया तो पंचकूला की तरह वहां भी हिंसा भड़क सकती है. हरियाणा के पंचकूला में बाबा राम रहीम की कोर्ट में पेशी के दौरान भड़की हिंसा को देखते हुए राजस्थान पुलिस ने मांग की है कि कोर्ट जब आसाराम पर फैसला करे, तो उनको सुरक्षा कारणों से जेल में ही रखा जाए. कोर्ट ने जोधपुर पुलिस की याचिका स्वीकार कर ली है.
पुलिस को आशंका है कि देश भर से आसाराम के समर्थक इस समय जोधपुर आ सकते हैं. ऐसे में उन पर नियंत्रण बनाए रखना आसान काम नहीं होगा. पुलिस ने माहौल बिगड़ने से रोकने के लिए तय किया है कि 5 दिन पहले से ही जोधपुर में आसाराम के सभी आश्रम खाली करा लिए जाएंगे.
साथ ही जिले और उसके आसपास के क्षेत्रों में आने वाले होटल और धर्मशालाओं को निर्देश दिए जा सकते हैं कि आरोपी आसाराम के किसी भी समर्थक को जोधपुर में आसरा ना दें.
गौरतलब है कि बड़ी संख्या में आसाराम के समर्थक आज भी जेल के बाहर मौजूद रहते हैं और जब वह पेशी पर कोर्ट लाए जाते हैं तो उनके पीछे-पीछे समर्थक भी कोर्ट में जमा होते हैं. कई बार तो पुलिस को लाठीचार्ज तक करनी पड़ी है.
मामला 6 साल पुराना
अप्रैल के पहले हफ्ते में कथावाचक आसाराम के खिलाफ 2012 के बलात्कार मामले में अंतिम दलीलें पूरी होने के बाद जोधपुर की अदालत ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. मामले में जोधपुर अदालत 25 अप्रैल को अपना फैसला सुनाएगी.
16 वर्षीय लड़की ने आसाराम पर उनके जोधपुर आश्रम में बलात्कार किए जाने का आरोप लगाया था. यह मामला दिल्ली के कमला मार्केट के थाने में दर्ज कराया गया था, जिसके बाद पुलिस ने आसाराम को इंदौर से गिरफ्तार किया था. फिर मामले को जोधपुर ट्रांसफर कर दिया गया था.
इस मामले में आसाराम के खिलाफ आईपीसी की धारा 376, 342, 506 और पॉक्सो की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था. मामले में अदालत आसाराम की जमानत याचिका भी कई बार खारिज कर चुका है.
इसके अलावा गुजरात में भी उनके खिलाफ बलात्कार का एक मामला दर्ज है यानी उन पर राजस्थान और गुजरात में भी बलात्कार के अलग-अलग दो केस चल रहे हैं.