
पंजाब में आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल के साथ मैनिफेस्टो से जुड़ा विवाद अभी थमा नहीं है. आशीष खेतान की ओर से पार्टी के यूथ मैनिफेस्टो की तुलना हिंदूओं के ग्रंथ गीता से करने को लेकर अब हिंदू तख्त ने अरविंद केजरीवाल और आशीष खेतान को 16 जुलाई को तलब करके इस मामले पर सफाई मांगी है.
केजरीवाल ने नहीं माना फरमान तो चुनाव में होगा नुकसान
हिंदू तख्त पंजाब के पटियाला से चलने वाला हिंदुओं का सबसे बड़ा तख्त है, जिससे हिंदू धर्म से जुड़े कई संगठन, धार्मिक दल और अखाड़े जुड़े है. हिंदू धर्म को बदनाम करने वाले लोगों को ये हिंदू तख्त तलब करता है और उन्हें पटियाला के काली मंदिर में सेवा करवा कर सजा देने का प्रावधान है. हिंदू तख्त का कहना है कि अगर अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी ने इस फरमान को साइडलाइन किया तो आने वाले विधानसभा चुनाव में तमाम हिंदू संगठन आम आमदी पार्टी का बहिष्कार करेंगे और आम जनता को भी धर्म के नाम पर पंजाब विधानसभा चुनावों में अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को वोट न करने के लिए कहेंगे.
16 जुलाई को पेश होने का निर्देश
जूना अखाड़ा के जगद्गुरु और श्री हिंदू तख्त के धर्मशीष पंचानंद गिरि महाराज ने अरविंद केजरीवाल और ‘आप’ के नेता आशीष खेतान को 16 जुलाई को दोपहर 12 बजे पटियाला के काली माता मंदिर में श्री हिंदू तख्त पर पेश होकर अपना स्पष्टीकरण देने को कहा है. श्री हिंदू तख्त द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आशीष खेतान को धार्मिक ग्रंथ श्रीमद् भागवत गीता का अपमान करने के आरोप में बुलाया गया है.
लोगों की आस्था को पहुंची ठेस
इस संबंध में आम आदमी पार्टी को लिखित पत्र भेजा गया है. इस पत्र में मुख्य तौर पर केजरीवाल से सफाई मांगी गई है कि पिछले दिनों उनकी पार्टी के नेता आशीष खेतान एवं अन्य पदाधिकारियों द्वारा पंजाब के अमृतसर शहर में एक राजनीतिक आंदोलन के दौरान यूथ मैनिफैस्टो की तुलना हिंदू धर्म के पवित्र ग्रंथ श्रीमद् भागवत गीता के साथ की गई एवं इस चुनावी घोषणा पत्र को उन्होंने श्रीमद् भागवत गीता बताया था जिससे सनातन धर्म के साथ संबंध रखने वालों की आस्था को ठेस पहुंची है.