
हरियाणा के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अशोक खेमका इन दिनों अपने तबादले को लेकर चर्चा में बने हुए हैं. खेल एवं युवा मामलों के मंत्रालय में भेजे गए खेमका का मंत्री अनिल विज ने स्वागत किया है. हरियाणा के वरिष्ठ मंत्री विज ने इस बारे में पूछे जाने पर कहा, खूब जमेगी जोड़ी जब मिल बैठेंगे दो यार.
दरअसल खेमका का अनिल विज से पुराना नाता रहा है. इससे पहले विज जब विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री थे, तो खेमका उनके विभाग में प्रधान सचिव के पद पर तैनात थे. विज पहले भी कई मुद्दों पर अशोक खेमका के साथ खड़े दिखाई दिए हैं.
बता दें कि खेमका का नाम साल 2012 में उस समय चर्चा में आया था, जब उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा की कंपनी और रीयल एस्टेट कंपनी डीएलएफ के बीच हुए जमीन सौदे को रद्द कर दिया था.
खेमका अपनी ईमानदारी के खूब नाम कमा चुके हैं, लेकिन उन्हें कई बार इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ा. अशोक खेमका द्वारा उजागर गड़बड़ियों और अनियमितताओं के चलते हरियाणा की भाजपा सरकार के तीन मंत्रियों से उनका टकराव हो चुका है. शायद यही वजह रही कि पिछले 1991 बैच के इस अधिकारी का 24 साल के करियर में 51वीं बार तबादला किया गया.
कुछ लोग जहां अनिल विज के साथ खेमका के नाते पर ध्यान दिलाते हुए उनके तबादले को उनके करियर के लिहाज के अच्छा बता रहे हैं, लेकिन खेमका इसे लेकर ज्यादा खुद नहीं दिखे. हरियाणा सरकार के इस आदेश के बाद अशोक खेमका ने ट्विटर पर अपना दर्द भी बयां किया था. उन्होंने लिखा, 'ढेर सारा काम करने की योजना थी, लेकिन एक और तबादले की खबर मिली. फिर से क्रैश लैंडिंग. निजी हित जीत गए, लेकिन यह अस्थायी है. नए उत्साह और ऊर्जा से काम करना जारी रहेगा.