
पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निकाले गए अश्विनी उपाध्याय ने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ ट्विटर पर हल्ला बोला है.
उपाध्याय ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में केजरीवाल का एजेंडा त्रिशंकु संसद का है. ताकि वह कोई बड़ी डील कर सके. केजरीवाल के लिए पहले स्वयं का स्वार्थ, फिर पार्टी और उसके बाद राष्ट्रहित आता है. एक ट्वीट में उन्होंने कहा है कि अमन डील 2013 के तहत आम आदमी पार्टी का मकसद 350 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना और प्रधानमंत्री पद के लिए राहुल गांधी का समर्थन करना है. वहीं, कांग्रेस दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के लिए केजरीवाल का और हरियाणा के लिए योगेन्द्र यादव का समर्थन करेगी.
सोमवार को टि्वटर पर पोस्ट किए अपने ट्वीट में उपाध्याय ने कहा है कि राष्ट्रीय सलाहकार परिषद की सदस्यता के लिए अरविंद केजरीवाल ने कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की थी. डील होने के बाद 2005 में कांग्रेस नेता आशीष तलवार के साथ जर्मनी भी गए. उपाध्याय ने अपील करते हुए कहा है कि मीडिया केजरीवाल से इन सवालों के जवाब मांगे.
उनका कहना है कि केजरीवाल पूरी तरह नास्तिक व्यक्ति है. लेकिन सिर्फ वोटों के लिए उन्होंने शिवगंगा ट्रेन से यात्रा की, गंगा में डुबकी लगाई और काशी विश्वनाथ गए. उपाध्याय ने केजरीवाल के साथ ही कुमार विश्वास को लेकर भी ट्वीट किए हैं. एक ट्वीट में उन्होंने कहा है कि चार अप्रैल को नोएडा में विश्वास ने मुझसे कहा कि पार्टी पर कम्युनिस्टों का कब्जा हो गया है जिसके चलते पूरा एजेंडा ही बदल गया है. इसलिए पार्टी में बदलाव जरूरी हो गया है.
इससे पहले रविवार को किए गए ट्वीट में अश्विनी उपाध्याय ने केजरीवाल पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए माफी मांगने को कहा था. उपाध्याय ने ट्वीट किया था, 'मैंने कभी लोकसभा का टिकट नहीं मांगा. झूठ बोलने के लिए केजरीवाल माफी मांगे या फिर ये साबित करें कि मैंने लोकसभा का टिकट मांगा था.'
आम आदमी पार्टी के फाउंडर सदस्यों में रहे अश्विनी उपाध्याय को हाल ही में पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते निकाल दिया गया था.
अश्विनी उपाध्याय के ट्वीट्स: