
असम की बीजेपी नेता बेनज़ीर अरफान को रोहिंग्या मुसलमानों के समर्थन में आवाज उठाना भारी पड़ा. उन्हें पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया. बेनज़ीर ने राज्य में बीजेपी की ओर से एंटी ट्रिपल तलाक कैंपेन का चेहरा रही थी. वह खुद ट्रिपल तलाक की विक्टिम रह चुकी हैं.
बेनज़ीर ने अपने कई फेसबुक पोस्ट में म्यांमार में रोहिंग्या मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचार का विरोध किया है. जिसके बाद पार्टी ने उनपर ये कार्रवाई की. बीते गुरुवार को पार्टी के सेकेट्ररी दिलीप ने उन्हें एक लेटर भेजकर ये सूचना दी. उनसे तीन दिनों के अंदर इस मुद्दे पर सफाई देने को कहा है.
आपको बता दें कि बेनज़ीर ने 2012 में बीजेपी ज्वाइन की थी, वहीं 2016 में हुए असम चुनावों में उन्हें चुनाव भी लड़ा था. वह पीएम मोदी के साथ रैलियों में भी नज़र आ चुकी हैं.
विरोध में है भारत सरकार
भारत सरकार साफ कर चुकी है कि वह रोहिंग्या मुस्लिमों को अपनी आतंरिक सुरक्षा के लिए खतरा मानती है और उन्हें वापस म्यांमार भेजा जाएगा. गृह मंत्रालय के मुताबिक, वैध तौर पर 14 हजार से ज्यादा रोहिंग्या शरणार्थी भारत में रह रहे हैं. जबकि 40 हजार से ज्यादा ऐसे हैं, जो अवैध रूप से शरण लिए हुए हैं.
भारत सरकार ने अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या मुसलमानों को म्यांमार वापस भेजने का फैसला किया है.संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, म्यांमार के रखाइन प्रांत में हिंसा के कारण 3,79,00 से अधिक रोहिंग्या मुस्लिम भागकर बांग्लादेश पहुंच चुके हैं. भारत से रोहिंग्या मुस्लिमों के लिए बांग्लादेश भेजी गई राहत सामग्री की यह पहली खेप है. भारतीय वायु सेना के विमान से यह सामग्री पहुंचाई गई. भारत ने पहली खेप में कुल 53 टन राहत सामग्री भेजी है.