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बीजेपी की लोकप्रियता कम हो रही है, दिल्ली भी हारेगी: तरुण गोगोई

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तरुण गोगोई ने कहा कि असम में अशांति की स्थिति नागरिकता संशोधन एक्ट को लेकर है और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जिम्मेदार हैं. साथ ही उन्होंने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि भगवा पार्टी दिल्ली हार जाएगी.

असम के पूर्व सीएम तरुण गोगोई (Photo- India Today) असम के पूर्व सीएम तरुण गोगोई (Photo- India Today)
हेमंत कुमार नाथ
  • गुवाहाटी,
  • 09 फरवरी 2020,
  • अपडेटेड 8:23 AM IST

  • दिल्ली चुनाव सहित कई मुद्दों पर कांग्रेस नेता गोगोई ने साधा बीजेपी पर निशाना
  • कहा- असम में आशांति की स्थिति के लिए पीएम और केंद्रीय गृहमंत्री हैं जिम्मेदार

असम के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तरुण गोगोई ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी की लोकप्रियता अब कम हो रही है और भगवा पार्टी दिल्ली में भी हार जाएगी. उन्होंने कहा कि किसी भी सभा या रैली में भारी भीड़ इकट्ठा होने का मतलब यह नहीं है कि जनता ने उस पार्टी का समर्थन किया है.

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गोगोई ने कहा, 'बीजेपी दिल्ली में अपनी चुनावी रैलियों में भारी संख्या में जनता को जुटाने में सक्षम है, लेकिन पार्टी फिर से हार जाएगी. लोग भाषण पर नहीं काम पर वोट करेंगे. उनकी सभाओं में भारी भीड़ जुटी, लेकिन उनकी लोकप्रियता अब कम हो रही है. दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे इसे साबित करेंगे.'

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पीएम मोदी ने किया नाटक

पूर्व सीएम गोगोई ने कहा, 'बीजेपी झारखंड, हरियाणा और महाराष्ट्र हार गई. लोगों का भरोसा कम हो रहा है. वे केवल भीड़ जुटाकर अपनी लोकप्रियता दिखाने की कोशिश कर रहे हैं.' कोकराझार में आयोजित बोडो शांति समझौते का जश्न मनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सार्वजनिक बैठक पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने केवल एक नाटक किया.

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गोगोई ने कहा, 'असम के लोग मूर्ख नहीं, यह हम जानते हैं कि असम के प्रति उनकी सहानुभूति कितनी है. सहानुभूति नहीं केवल मगरमच्छ के आंसू हैं. बीते दिन पीएम मोदी यह जताने की कोशिश कर रहे थे कि समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद बोडोलैंड में शांति आ गई है. सब जानते हैं कि शांति का माहौल बोडोलैंड में तब आया था जब हमने 2003 में बोडो लिबरेशन टाइगर्स (बीएलटी) के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए थे और उसी समय से वहां विकास शुरू हुआ था. अभी के समझौते पर सिर्फ फ्रिंज समूहों के साथ हस्ताक्षर किए गए हैं.'

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कॉस्मेटिक समझौता बताया

उन्होंने हाल में हुए बोडो शांति समझौते को कॉस्मेटिक समझौते कहा. उन्होंने कहा कि प्रमुख समझौते पर 2003 में हस्ताक्षर किए गए थे. साथ ही गोगोई ने कहा, 'हम लोग भी क्षेत्र में शांति चाहते हैं, संस्कृति, भाषा वकसित करना चाहते हैं, लेकिन बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (बीटीसी) क्षेत्र के गैर-बोडो लोगों को इस समझौते से वंचित किया गया है और उनकी शिकायतों को भी नजरअंदाज किया जा रहा है, जबकि गैर-बोडो लोग इस क्षेत्र में बहुमत में हैं.'

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने यह भी कहा कि असम में अशांति की स्थिति केवल नागरिकता संशोधन एक्ट के कारण बन रही है और इसके लिए प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री जिम्मेदार हैं.

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उन्होंने कहा, 'CAA के खिलाफ अब समाज के हर वर्ग के लोग सड़क पर आ गए हैं. यह एक्ट हमारी भाषा, संस्कृति, पहचान को नष्ट कर देगा और यह असम समझौते का भी उल्लंघन कर रहा है. वे कह रहे हैं कि हम गलत सूचना फैला रहे हैं, जबकि वास्तव में वे लोग गलत सूचना फैला रहे हैं. वे खंड 6 के बारे में कह रहे हैं, लेकिन असम समझौते के मुख्य खंड 5 का उल्लेख नहीं करते हैं.' उन्होंने कहा कि पीएम मोदी असम के लोगों को कोई महत्व नहीं देते कि वे लोग क्या चाहते हैं?

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