
असम में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 66.24 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. राज्य में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के तहत 62 सीटों पर कड़ी सुरक्षा और विद्रोहियों की धमकियों के बीच शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न हुआ.
ऊपरी असम, बराक घाटी, उत्तरी कछार पर्वतीय क्षेत्र के दो पहाड़ी जिलों, कारबी आंगलांग और ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तरी तट पर स्थित शोणितपुर जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में करीब 60 से 70 फीसदी मतदान होने का समाचार है. राज्य के नाओबोइचा विधानसभा क्षेत्र के दो मतदान केंद्रों पर शत प्रतिशत मतदान होने का समाचार मिला है. वहीं, ढाकुआखाना सीट पर 87 फीसदी मतदान हुआ. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस सीट पर राज्य के खेल एवं संस्कृति मंत्री भरत चंद्र नारा के पक्ष में चुनाव प्रचार किया था.
मुख्यमंत्री तरूण गोगोई, वरिष्ठ मंत्री प्रद्युत बोरदोलोई, अजंता नियोग, पृथ्वी मांझी, गौतम रॉय, भरत चंद्र नारा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रंजीत दत्ता, असम गण परिषद :अगप: के पूर्व अध्यक्ष वृंदावन गोस्वामी और भाकपा के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य प्रमोद गोगोई की किस्मत ईवीएम में बंद हो गई. {mospagebreak}
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य के किसी भी हिस्से से कोई भी अप्रिय घटना होने का समाचार नहीं मिला है. सूत्रों ने बताया कि शुरूआत में कुछ मतदान केंद्रों पर ईवीएम के काम नहीं करने की खबरें मिली थीं लेकिन उस समस्या को दूर कर लिया गया और इससे मतदान प्रभावित नहीं हुआ. पिछले 15 वर्षों में पहली बार जातीय कारबी लोंगरी उत्तरी कछार हिल्स लिबरेशन फ्रंट के 41 कार्यकर्ताओं ने कारबी आंगलांग जिले में बने दो विशेष कैंपों में मतदान कर लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हिस्सा लिया.
अरविंद राजखोवा के नेतृत्व वाला उल्फा का बातचीत समर्थक धड़ा चुनावों से दूर रहा. वहीं, परेश बरूआ के नेतृत्व वाला उल्फा के बातचीत विरोधी धड़े ने राज्य में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को धमकी दी थी.
उत्तरी कछार हिल्स जिले को दो स्वायत्त पहाड़ी जिलों में बांटने की मांग को लेकर इंडिजनस पीपुल फोरम के नेतृत्व में हाफलांग थाना अंतर्गत 10 मतदान केंद्रों पर मतदान का बहिष्कार किया गया. इंडिजनस पीपुल फोरम हमर, कूकी और जेमे नागा आदिवासियों का संगठन है. चुनाव के लिए करीब 35 हजार केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया था. दूसरे चरण के तहत राज्य की शेष 64 विधानसभा सीटों पर आगामी 11 अप्रैल को मतदान होगा.