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इमोशन्स से भरी है ऑस्कर के लिए भारत से चुनी 'विलेज रॉकस्टार' की कहानी

भारतीय फिल्म विलेज रॉकस्टार को ऑस्कर अवार्ड्स 2019 के लिए ऑफिशियल एंट्री मिली है.  जानिए फिल्म की कहानी.

विलेज रॉकस्टार विलेज रॉकस्टार
महेन्द्र गुप्ता
  • नई दिल्ली,
  • 22 सितंबर 2018,
  • अपडेटेड 6:12 PM IST

भारतीय फिल्म "विलेज रॉकस्टार" को ऑस्कर अवार्ड्स 2019 के लिए ऑफिशियल एंट्री मिली है. ये फिल्म विदेशी भाषा की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों की श्रेणी में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी. फिल्म का निर्देशन और लेखन रीमा दास ने किया है.

रीमा ने अपनी फिल्म का बैकग्राउंड असम का छोटा सा गांव छायगांव रखा है. ये 10 साल की लड़की धुनू की कहानी है. जो अपनी विधवा मां के साथ रहती है. धुनू आसपास होने वाले आयोजनों में सांप बेचने में अपनी मां की मदद करती है. इसी दौरान वह एक रोज एक बैंड को परफॉर्म करते देखती है और मंत्रमुग्ध हो जाती है. इसके बाद वह एक कॉमिक्स बुक पढ़ती है और तय करती है कि वह अपना एक बैंड बनाएगी, जिसमें ऑरिजनल इंस्ट्रूमेंट्स बजाए जाएंगे. धुनू अपनी गिटार खरीदने के लिए पैसे जमा करती है. इसी दौरान गांव में बाढ़ आ जाती है और धुनू की प्राथमिकताएं बदल जाती है. इसके बाद आशा और खुद पर भरोसे का गहरा सामंजस्य देखने को मिलता है. फिल्म दर्शक को इमोशनल कर देती है.

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इस फिल्म ने 65वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए 'स्वर्ण कमल' का पुरस्कार जीता था और अब सीधे ऑस्कर्स में एंट्री मिलना फ़िल्म के कलाकारों और फ़िल्म के मेकर्स के लिए बहुत बड़ी बात है. ये फ़िल्म साल 2017 में आई थी जिसका प्रीमियर टोरंटो फ़िल्म फेस्टिवल में किया गया था. रीमा फिल्म की प्रोड्यूसर और एडिटर भी हैं.

फ़िल्म ने ऑस्कर्स के नॉमिनेशन के लिए कई बड़ी फिल्मों को पछाड़ा जिसमें पद्मावत, राज़ी, हिचकी, ऑक्टोबर, लव सोनिया, पिहू, कड़वी हवा, मैं गायत्री जाधव, बिस्कोपवाला, मंटो,102 नॉट आउट, पैडमन, अज्जी जैसी हिंदी फिल्मों के नाम शामिल है.

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