
गुजरात चुनाव में अब राम मंदिर मुद्दे की एंट्री हो गई है. पहले भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने राम मंदिर मुद्दे पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर सवाल दागे, अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी रैली में इस मुद्दे को उठाया है. मोदी के बयान पर कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि पीएम जब बोलते हैं कड़वा ही बोलते हैं.
आनंद शर्मा बोले कि प्रधानमंत्री जब बोलते हैं कड़वा ही बोलते हैं, गुजरात के खाने में भी मिठास होती है, पर मोदी जी फिर भी कड़वा बोलते हैं. उन्होंने कहा कि पीएम को बताना चाहिए कि वे किस एजेंडे पर चुनाव लड़ रहे हैं. हमने उन्हें हर मुद्दे पर डिबेट करने के लिए चैंलेज किया है, चाहे तो टाइमिंग वे खुद चुन लें.
आनंद शर्मा ने कहा कि पीएम हमेशा गांधी जी का उदाहरण देते हैं, लेकिन गांधी जी सत्य का प्रतीक थे. पीएम को उनके आदर्शों का पालन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि जिस तरह से बीजेपी नेताओं के बयान आ रहे हैं, उससे साफ जाहिर हो रहा है कि बीजेपी चुनाव हार रही है.
राम मंदिर पर क्या बोले मोदी
आपको बता दें कि मंगलवार को प्रधानमंत्री ने धांधुका में रैली को संबोधित किया. यहां उन्होंने राम मंदिर के मुद्दे पर कहा कि चुनाव के बीच अब कांग्रेस भी खुद को राम मंदिर से जोड़ रही है, लेकिन उन्हें राष्ट्र की चिंता नहीं है.
सुप्रीम कोर्ट में मंदिर मसले की सुनवाई पर पीएम मोदी ने कहा कि कल कपिल सिब्बल बाबरी मस्जिद के पक्षकारों की तरफ से बोल रहे थे, यह उनका काम है, इससे शिकायत नहीं है. लेकिन क्या उन्हें 2019 तक सुनवाई टालने की मांग करनी चाहिए, क्या कांग्रेस की ओर से राम मंदिर मुद्दे को चुनाव तक टालने की कोशिश की जा रही है.
इस मुद्दे पर मंगलवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सीधे राहुल गांधी से सवाल दागा था. उन्होंने पूछा कि राम मंदिर को लेकर आपकी पार्टी और आपका क्या स्टैंड है? राम मंदिर के मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अमित शाह ने कहा कि बीजेपी चाहती है कि जल्द से इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो और फैसला आए. जिससे अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बन सके, जो कि देश की आस्था से जुड़ा हुआ है.
मंदिर-मंदिर राहुल तो विरोध क्यों?
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि आखिरकार राम मंदिर मामले की सुनवाई रोकने से क्या हासिल होने वाला है. उन्होंने कहा कि राम मंदिर केस की सुनवाई को लेकर कांग्रेस पार्टी को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए. उन्होंने कहा कि एक तरफ राहुल गांधी गुजरात में मंदिर जा रहे हैं, तो दूसरी तरफ राम जन्मभूमि केस पर सुनवाई को टालने के लिए कपिल सिब्बल का उपयोग किया जा रहा है. कांग्रेस पार्टी को अपना रूख स्पष्ट करना चाहिए.