
भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार सुबह गुजरात चुनाव उम्मीदवारों की छठी लिस्ट जारी कर दी है. इसी के साथ ही बीजेपी ने पूरी 182 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े कर दिए हैं. इन नामों में एक नाम गायब है, वह है पूर्व सीएम आनंदीबेन पटेल का. पार्टी ने आनंदीबेन की जगह भूपेंद्र पटेल को टिकट दिया है.
गौरतलब है कि बीते वर्ष पाटीदार आंदोलन के बाद दबाव में आईं आनंदीबेन ने अपना इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने यह कहकर इस्तीफा दिया था कि वह चाहती हैं कि अब उनकी जगह कोई युवा नेता आगे आए. उन्होंने अपना इस्तीफा फेसबुक पोस्ट के जरिए दिया था.
75 साल पूरे होने के कारण दिया इस्तीफा!
इस्तीफा देते वक्त आनंदीबेन ने लिखा था कि ''मैं हमेशा से ही बीजेपी की विचारधारा, सिद्धांत और अनुशासन से प्रेरित हूं और इसका आज तक पालन करती आई हूं. पिछले कुछ समय से पार्टी में 75 से ऊपर के उम्र के नेता और कार्यकर्ता स्वैच्छिक रूप से अपना पद छोड़ रहे हैं, जिससे युवाओं को मौका मिले. यह एक बहुत अच्छी परंपरा है. मेरे भी नवंबर महीने में 75 साल पूरे होने जा रहे हैं.''
हाल ही में आनंदीबेन ने इस बात के संकेत दिए थे कि अगर पार्टी कहती है तो वह चुनाव लड़ने पर विचार कर सकती हैं. आजतक से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि उन्हें चुनाव लड़ने का कोई प्रस्ताव नहीं दिया है. अगर पार्टी उन्हें ऐसा प्रस्ताव देती है तो वे इस पर विचार करेंगी. इससे पहले उन्होंने कहा था कि घाटोदिया विधानसभा सीट हो या कोई और जगह, पार्टी नेतृत्व और प्रतिनिधिमंडल ही निर्णय लेगा कि कौन कहां से चुनाव लड़ेगा.
पाटीदार आरक्षण आंदोलन रहा था सबसे बड़ा कारण
आनंदीबेन के इस्तीफे देने का सबसे बड़ा कारण पाटीदार आरक्षण आंदोलन रहा था. 2014 में जब नरेंद्र मोदी पीएम बने, तो आनंदीबेन को सीएम बनाया गया. लेकिन 2016 में हालात बिगड़े, और 2002 दंगों के बाद पहली बार गुजरात में कर्फ्यू लगा था. पाटीदारों को काबू में करने के लिए सैन्य बल का भी इस्तेमाल हुआ था.
गुजरात: BJP की छठी लिस्ट में 13 पाटीदार उम्मीदवार, आनंदीबेन पटेल को नहीं मिला टिकट