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औद्योगिक संगठन एसोचैम कालाधन रखने वालों के नाम उजागर करने के खिलाफ है. एसोचैम ने कहा कि सरकार को लोगों के नाम का खुलासा अपरिपक्व ढंग से नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे इस अपराध के खिलाफ लड़ाई पर बुरा असर पड़ सकता है.
एसोचैम ने एक बयान में कहा,'भारतीय नागरिकों व कंपनियों के लिए दोहरा कराधान बचाव संधियां महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि इससे वे दो बार कर भुगतान से बच सकते हैं. कथित काला धन रखने वालों के नामों के खुलासे से भले ही सुर्खियां बन जाएं, लेकिन इससे कालेधन के खिलाफ भारत की लड़ाई निश्चित रूप से कमजोर होगी. इसके अलावा दोहरा कलाधान बचाव संधि के उल्लंघन से भारत की साख भी प्रभावित होगी.'
एसोचैम ने कहा है,'अगर नाम सार्वजनिक किए जाते हैं और वे दोषी नहीं पाए जाते हैं तो उन व्यक्तियों व इकाइयों की साख को बहुत नुकसान होगा.' संगठन ने विभिन्न राजनीतिक दलों से अपील की है कि वे विदेशों में कालाधन रखने वाले लोगों या फर्मों से जुड़ी वर्गीकृत सूचनाओं के खुलासे के लिए सरकार पर दबाव बनाते समय उचित कारण पर ध्यान दें.
एसोचैम के मुताबिक,'बेहतर तरीका यही होगा कि प्रणालीगत बदलाव लाए जाएं ताकि काले धन पर प्रीमियम कम होता जाए.' वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा था कि अदालत में मामले दर्ज होने के बाद इन नामों का खुलासा कर दिया जाएगा.
-इनपुट भाषा से