
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल मंगलवार को दो सिलसिलेवार धमाकों से दहल गई. काबुल में हुए इन धमाकों में सैन्य और असैन्य नागरिकों सहित 38 लोगों की मौत हो गई. जबकि 70 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.
ये आत्मघाती हमला अफगानिस्तान की संसद की करीब हुआ. अफगान गृह मंत्रालय के प्रवक्ता सादिक सिद्दीकी ने बताया कि एक धमाका कार के जरिए किया गया लगता है. सूत्रों के मुताबिक संसद के कर्मचारियों को निशाना बनाकर विस्फोट किया गया था. इस हमले में मारे गए लोगों में 4 पुलिसकर्मी शामिल हैं. देश से विदेशी सैनिकों को भगाने के लिए अभियान चला रहे तालिबान ने संसद के पास हुए इस हमले की जिम्मेदारी ली है.
प्रांतीय पुलिस प्रमुख जनरल आगा नूर केमतोज ने कहा कि मंगलवार दिन में दक्षिणी हेलमंड प्रांत में एक आत्मघाती हमला हुआ. जिसमें कम से कम सात लोग मारे गए. उन्होंने कहा कि हमले का निशाना लश्कर गाह में प्रांतीय खुफिया विभाग के अधिकारियों द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला गेस्ट हाउस था.
केमतोज ने कहा कि मारे गए लोगों में असैन्य और सैन्य नागरिक दोनों शामिल हैं. इस हमले में छह लोग घायल भी हुए हैं. हेलमंड हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी ने नहीं ली है, लेकिन दोनों हमले तालिबानी तरीके से किए गए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काबुल हमले की निंदा की है. पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत हमेशा अफगानिस्तान के साथ है.