
बिहार के सहरसा-मानसी रेलखंड के धमारा घाट रेलवे स्टेशन के समीप सोमवार सुबह एक रेलगाड़ी से कटकर कम से कम 37 लोगों की मौत हो गई. मृतकों में 30 महिलाएं और तीन बच्चे शामिल हैं. घटना के बाद आक्रोषित लोगों ने रेलगाड़ी में आग लगा दी.
बिहार में हुए ट्रेन हादसे की गूंज संसद में भी गूंजी. खगड़िया रेल हादसे पर रेल मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में बयान दिया. उन्होंने मरने वाले लोगों के परिजनों को 5-5 लाख के मुआवज़े का ऐलान किया जबकि घायलों को 1-1 लाख रुपये दिए जाएंगे. जबकि बिहार सरकार ने मृतक के परिजनों को दो-दो लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है.
इस बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की है. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बिहार के खगड़िया जिले में रेल हादसे में लोगों के मारे जाने की घटना पर हैरानी और गहरा दुख प्रकट करते हुए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है, ताकि राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा सके. प्रधानमंत्री ने रेलवे को राहत एवं बचाव कार्य के लिए घटनास्थल पर सभी जरूरी संसाधन पहुंचाने के निर्देश दिए हैं.
राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया कि श्रद्धालु धमाराघाट स्टेशन पर समस्तीपुर-सहरसा पैसेन्जर ट्रेन से उतरने के बाद रेल पटरी के किनारे किनारे चल रहे थे तभी 80 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से सहरसा-पटना राज्यरानी ट्रेन आ गयी जिसकी चपेट में श्रद्धालु आ गये. अधिकांश श्रद्धालु खगडिया, मुंगेर और नौगछिया के थे.
घटना के बाद वहां मौजूद अन्य लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. लोगों ने ट्रेन की कुछ बोगियों में आग लगा दी और रेल के ड्राइवर को पकड़कर पीटा गया. ड्राइवर की हालत काफी खराब हो गई थी, बाद में उसने दम तोड़ दिया. सुबह रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटना का जायजा लिया. वहां अब भी स्थिति तनावपूर्ण बताई जा रही है. बिहार के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) एस़ क़े भारद्वाज ने बताया कि सहरसा, मधेपुरा सहित आसपास के जिलों से अतिरिक्त पुलिस बल घटनास्थल पर भेजे गए हैं.
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अरुणेंद्र कुमार ने बताया कि इस घटना के बाद रेस्क्यू टीम वहां के लिए रवाना हो चुकी हैं और जल्द से जल्द स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की जा रही है.
रेलवे के एक अधिकारी के अनुसार आक्रोशित लोगों ने राजरानी एक्सप्रेस में आग लगा दी, जिससे अधिकांश डिब्बे जल गए हैं. घटनास्थल पर पहुंचने के लिए केवल रेल ही एक साधन है, इस कारण वरिष्ठ अधिकारियों को पहुंचने में परेशानी हो रही है.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक अभी तक राहत कार्य प्रारंभ नहीं किया जा सका है. रेलवे के अधिकारियों के अनुसार घटनास्थल पर कानून-व्यवस्था की स्थिति अच्छी नहीं है. घटना के बाद आक्रोषित लोगों की पिटाई से एक चालक की मौत हो गई, जबकि एक चालक गंभीर रूप से घायल हो गया है. हालांकि इसकी अभी तक पुष्टि नहीं हुई है.
हादसे पर राजनाति भी शुरु
अब इस हादसे पर राजनाति भी शुरु हो गई है. LJP नेता रामविलास पासवान ने इस हादसे के लिए राज्य सरकार को ज़िम्मेदार ठहराते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफ़े की मांग की. पासवान ने कहा कि राज्य सरकार को भीड़ देखते हुए पहले से इंतज़ाम करना चाहिए था. उन्होंने पीड़ितों को 20-20 लाख का मुआवजा देने की भी मांग की.
उधर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता अर्जुन मुंडा ने बिहार के खगड़िया में धमारा घाट हादसे पर गहरा शोक प्रकट करते हुए मृतकों के परिजनों को दस दस लाख रुपये और घायलों को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता राशि देने की मांग की.
रेल हादसे पर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है. नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया- बिहार में रेल हादसे की खबर दुखद है. दुर्घटना में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना है. प्रभावित लोगों के लिए प्रार्थना करता हूं.