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पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज जयंती है. केंद्र सरकार बड़े पैमाने पर उनकी जयंती मना रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी असम के डिब्रूगढ़ में सबसे लंबा रेलवे-रोड ब्रिज देश को समर्पित करेंगे. इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी देश के अलग-अलग हिस्सों में सुशासन दिवस के रूप में अटल की जयंती को मना रही है. राजधानी दिल्ली में 'सदैव अटल' स्मृति स्थल पर विशेष कार्यक्रम कर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी जा रही है. इस दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी श्रद्धांजलि दी.
'सदैव अटल' स्मारक स्थल पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में पंकज उधास ने भजन गाया. अटल को श्रद्धांजलि देने उनकी मुंहबोली बेटी नमिता भट्टाचार्य भी पहुंची, उन्होंने पुष्पार्पण कर श्रद्धांजलि दी. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, लालकृष्ण आडवाणी और कैबिनेट के कई मंत्री भी यहां मौजूद रहे.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर अटल बिहारी वाजयेपी को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने इस वीडियो में अटल की तस्वीरें, उनकी खासियत और राजनीतिक जीवन की बात की.
लखनऊ में भी विशेष कार्यक्रम
आज उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी यूपी सरकार द्वारा विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इस कार्यक्रम में गृहमंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल राम नाईक, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा समेत अन्य नेता मौजूद रहे.
यहां अटल बिहारी वाजपेयी के बारे में बोलते हुए राजनाथ सिंह काफी भावुक भी हो गए. राजनाथ ने कहा कि जब अटलजी ने उत्तर प्रदेश में एक पार्टी को समर्थन करने का ऐलान किया था, उस वक्त मैं तैयार नहीं था. लेकिन अटल जी के कहने पर ही मैं मुख्यमंत्री बना. उन्हें लगा मैं नाराज हूं इसलिए उन्होंने मुझे दिल्ली बुलाया था. बता दें कि लखनऊ अटल बिहारी वाजपेयी का संसदीय क्षेत्र भी रहा है.
भारत सरकार ने जारी किया सिक्का
गौरतलब है कि वाजपेयी की जयंती के एक दिन पूर्व भारत सरकार द्वारा उनके सम्मान में 100 रुपये का स्मारक सिक्का जारी किया गया. इस सिक्के का भार 35 ग्राम है, जिस पर अटल बिहारी वाजपेयी का चित्र बना है. इसके अलावा सिक्के पर अंग्रेजी और हिन्दी में वाजेपयी का नाम, जन्मतिथि और निधन का दिन भी अंकित किया गया है. सिक्के के पिछली तरफ अशोक स्तंभ पर सिंह चर्तुभुज के साथ सत्यमेव जयते भी बनाया गया है.
आपको बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर, 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था. वाजपेयी का निधन 16 अगस्त 2018 को नई दिल्ली के एम्स अस्पताल में हुआ. अटल बिहारी वाजपेयी पिछले काफी समय से लंबी बीमारी से जूझ रहे थे, 2009 के बाद से ही वह अपने घर में ही थे और राजनीति से पूरी तरह दूर रहे.